देहरादून 5 अगस्त। दिल्ली कैंट के नंगला गांव में 9 वर्षीय वाल्मीकि जाति की बच्ची के साथ रेप व हत्या के आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने व पीड़ित परिवार को न्याय एवं 1 करोड़ रुपय का मुआवजा दिलाने तथा ऐसी शर्मनाक घटनाओं को रोकने हेतु आज राष्ट्रीय बाल्मीकि क्रांतिकारी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष धर्मपाल घाघट के आह्वान पर कचहरी प्रांगण में एकत्रित हुए मोर्चा के पदाधिकारियों ने मोर्चा के संस्थापक, राष्ट्रीय अध्यक्ष भगवत प्रसाद मकवाना पूर्व चेयरमैन उत्तराखंड राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के नेतृत्व में डीएम देहरादून के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया। इस अवसर पर मोर्चा के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मकवाना ने कहा कि राष्ट्रीय बाल्मीकि क्रांतिकारी मोर्चा इस घृणित कृत्य की घोर निंदा करता है। दोषियों पर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर फांसी की सजा दी जाए। पीड़ित परिवार को 1 करोड रूपय का मुआवजा दिया जाए। तथा बाल्मीकि दलितों के साथ होने वाले इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए केंद्र सरकार, राज्य सरकार सख्त से सख्त कदम उठाए। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष धर्मपाल घाघट ने कहा कि अगर दोषियों पर शीघ्र फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर फांसी की सजा नहीं सुनाई गई, तो भारतवर्ष के कोने-कोने से राष्ट्रीय बाल्मीकि क्रांतिकारी मोर्चा के पदाधिकारी दिल्ली कूच को बाध्य होंगे। इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरुण चौहान, राष्ट्रीय सचिव राजेश राजोरिया, राष्ट्रीय संगठन सचिव महेश नारायण, प्रदेश अध्यक्ष युवा मोर्चा मदन बाल्मीकि, नीरज नागलिया, अनिल खजुवाल, राजीव राजोरी, विनोद घाघट, मोतीराम, विनोद गोडियाल, राज गहलोत बिट्टू, कु. काजल सूद, सतीश आजाद, गजेंद्र चौधरी, सुधीर भगत, नवीन कुमार मन्नू, नितिन कायस्थ, विनोद सूद, संजय खरे, गौतम सिंह, कुलवंत, अंकुश प्रेम, व अन्य पदाधिकारी गण उपस्थित रहे।