लैंगिक समानता पर जन-जागरण हेतु सी.एम.एस. छात्रा को 500 अमेरिकी डालर का पुरस्कार

उत्तर प्रदेश समाचार शिक्षा

लखनऊ, 19 अगस्त। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) की कक्षा-12 की छात्रा शिवांगी पाठक को चित्रकला के माध्यम से लैंगिक समानता पर जनमानस को जागरूक करने के उपलक्ष्य में 500 अमेरिकी डालर का पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया है। शिवांगी को यह पुरस्कार अमेरिकी संस्था ‘द विद्या प्रोजेक्ट’ एवं सिटी स्प्राउट्ज के संयुक्त तत्वावधान में प्रदान किया गया। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. की इस प्रतिभाशाली छात्रा ने ‘चेन्ज मेकर्स एकेडमी प्रोग्राम’ में प्रतिभाग कर अपनी अनूठी चित्रकला के माध्यम से लैंगिग समानता को प्रभावशाली अभिव्यक्ति प्रदान की। इस प्रोग्राम’ के अन्तर्गत शिवांगी ने लैंगिक समानता पर एक से बढ़कर चित्र बनाकर अपनी सृजनशीलता व रचनात्मक सोच का प्रभावशाली उदाहरण प्रस्तुत किया। शिवांगी ने महिलाओं के समान अधिकारों पर जोर देते हुए एक पोस्टर बनाया, साथ ही साथ उसने महिला अधिकारों पर उल्लेखनीय कार्य करने वाली प्रसिद्ध वकील रूथ बेडर गिन्सबर्ग का एक चित्र बनाया, जिनके लिंगवाद के अनुभव ने उन्हें एक वकील के रूप में काम करने के लिए प्रेरित किया। इसके अलावा, शिवांगी ने इस अवसर पर एक केस स्टडी प्रस्तुत की कि एक सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर युवा पीढ़ी लैंगिक असमानता के खिलाफ किस प्रकार से अपनी लड़ाई लड़ें।
श्री शर्मा ने बताया कि अपनी चित्रकला के माध्यम से शिवांगी ने सारे विश्व को संदेश दिया है कि सामाजिक जागरूकता के क्षेत्र में चित्रकला एक सशक्त माध्यम है। प्रत्येक देश, क्षेत्र व भाषा का कोई भी इंसान चित्रों के माध्यम से अभिव्यक्त भावनाओं की समझ सकता है। ‘चेन्ज मेकर्स एकेडमी प्रोग्राम’ के अन्तर्गत अमेरिका, अफ्रीका एवं यूरोप के ख्यातिप्राप्त सामाजिक कार्यकर्ताओं जैसे महिला अबीदी एवं करमा एक्मेजी आदि ने प्रतिभाग किया एवं लैंगिक समानता से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर सारगर्भित चर्चा-परिचर्चा की। श्री शर्मा ने बताया कि विद्यालय के संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने सी.एम.एस. छात्रा की अभूतपूर्व उपलब्धि पर हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उसके उज्जवल भविष्य की कामना की है। सी.एम.एस. गोमती नगर कैम्पस की वरिष्ठ प्रधानाचार्या सुश्री मंजीत बत्रा ने कहा कि शिवांगी की इस उपलब्धि से हम स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *