देहरादून। राज्य निर्माण आंदोलनकारी और उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने देहरादून के जाने-माने राज्य निर्माण आंदोलनकारी रंजीत सिंह वर्मा को उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन का महानायक बताया है वह आज देहरादून कचहरी स्थित शहीद स्मारक पर स्वर्गीय वर्मा और खटीमा कांड के शहीदों की याद में आयोजित एक सभा को संबोधित कर रहे थे उत्तराखंड आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी के अध्यक्षता में संपन्न इस बैठक को कांग्रेसी अध्यक्ष गणेश गोदियाल समेत अनेक नेताओं ने संबोधित किया जिसमें खटीमा कांड और रंजीत सिंह वर्मा को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई. सभा का संचालन प्रदीप कुकरेती रामलाल खंडूरी और वीके लिंगवाल ने किया।
इस मौके पर मसूरी के पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला और धीरेंद्र प्रताप ने अनेक राज्य आंदोलनकारी नेताओं को जिसमें कई महत्वपूर्ण महिलाएं भी शामिल थी मोमेंटो और प्रमाण पत्र भेंट कर सम्मानित किया। सभी वक्ताओं ने खटीमा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा राज्य अधिकारियों के हित में कुछ घोषणाओं का जहां स्वागत किया वहीं खटीमा मसूरी श्रीयंत्र टापू और मुजफ्फरनगर कांड के दोषियों को अब तक सजाना मिलाए जाने के विरोध में 2 सितंबर को अपने घोषित” धिक्कार दिवस” के कार्यक्रम को जारी रखने का सर्वसम्मति फैसला सुनाया। .
धीरेंद्र प्रताप ने कहा मुजफ्फरनगर खटीमा मसूरी और श्रीयंत्र टापू में हमारी अस्मिता पर डाका पड़ा था और जब तक हमारा खून बहाने वाले और हमारी मां बहनों के साथ अमानुषिक व्यवहार करने वाले लोगों को सजा नहीं मिल जाती, हम चैन से नहीं बैठेंगे इस मौके पर अन्य लोगों के अलावा मनीष कुमार, नवीन जोशी, पीके अग्रवाल, नरेंद्र नौटियाल, सुलोचना भट्ट, सुमित्रा देवी, सावित्री नेगी समेत अनेक लोगों ने भाग लिया राजा ललकारी मोहन खत्री और रंजीत सिंह वर्मा के परिजनों के सहयोग से आंदोलनकारी मंच ने इस वक्त इस मौके पर रक्तदान कैंप भी लगाया जिसमें अनेक लोगों ने शहीदों की याद में रक्तदान किया।