देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने प्रदेश भाजपा में विधायकों और मंत्रियों की पार्टी कार्यकर्त्ताओं के साथ गर्मागर्मी पर सवाल खड़े किए। भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस के बागियों को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि अभी तो भाजपाई केवल रो रहे हैं। आने वाले दिनों में खांटी भाजपाई और संघी सब खून के आंसू रोएंगे। इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्ट में हरीश रावत ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए नेताओं और सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्त्ताओं के बीच बीते दिनों हुए विवाद पर सख्त टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जिस दल से दल-बदल होता है, वह केवल एक बार रोता है। दल-बदल करने वाले जिस दल में जाते हैं, वह कई बार रोता है। भाजपा की स्थिति अब ‘बोया पेड़ बबूल का तो आम कहां से खाएं’ सरीखी है। जो पार्टी अपने अनुशासन को सराहते हुए अघाती नहीं थी, उसके अनुशासन की धज्जियां उड़ रही हैं।