देहरादून। पूर्व राज्य मंत्री व अखिल भारतीय पंचायत परिषद के संयोजक मनीष कुमार ने आज भाजपा की राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह गरीब आदमी के संग मजाक करने में लगी हुई है। जिसका जीता जागता उदाहरण एपीएल कार्ड धारक हैं। जिन्हें प्रत्येक माह ढाई किलो चावल और 5 किलो गेहूं दिया जा रहा है। पूर्व में राज्य सरकार ने केवल जून जुलाई-अगस्त 3 महीने ही एपीएल कार्ड धारकों को 10 किलो गेहूं चावल दिया, परंतु जून से पूर्व और अगस्त के बाद इन्होंने फिर वही 2:50 और 5 किलो देना शुरू कर दिया। क्या किसी परिवार का पेट ढाई किलो चावल और 5 किलो गेहूं में पूरे महीने पाला जा सकता है। राज्य सरकार इसका जवाब दे सैकड़ों की संख्या में लोग ऐसे हैं जो गरीबी रेखा से भी नीचे हैं परंतु उनके पास एपीएल कार्ड हैं और उनके सफेद कार्ड नहीं बनाए जा रहे हैं। कोरोना और महंगाई की मार से जहां जनता त्रस्त है वही भाजपा कि राज्य सरकार उनके साथ इस प्रकार का क्रूर मजाक कर रही है। दूसरा इन्होंने 3 महीने तक 2 किलो चीनी प्रत्येक कार्ड धारक को दी थी जो केवल अगस्त तक ही थी वह भी अब बंद कर दी गई है। जबकि जब कांग्रेस की सरकार थी तो वर्षों वर्षों तक कार्ड धारकों को चीनी मिला करती थी, परंतु भाजपा की सोच गरीब व्यक्ति को कुचलने की बनी हुई है। जिसका उदाहरण एपीएल कार्ड धारकों के संग इस प्रकार का मजाक किया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी भाजपा की इन नीतियों की कड़े शब्दों में निंदा करती है और भाजपा से मांग करती है कि वह तत्काल एपीएल कार्ड धारकों का कोटा बढ़ाएं। अन्यथा आने वाले चुनाव में यह जनता भाजपा को सत्ता विहीन करके उनको उचित सबक सिखाएगी।