फरीदाबाद। संविधान दिवस के उपलक्ष्य में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत शिक्षा विभाग एवं डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी के निर्देशानुसार राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन एच तीन फरीदाबाद में प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में जूनियर रेडक्रॉस, सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड और गाइडस द्वारा संविधान दिवस प्रदर्शनी एवम प्रश्नोत्तरी कंपटीशन द्वारा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड प्रभारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि संविधान और संवैधानिक मूल्यों के प्रति नागरिकों में सम्मान की भावना को बढ़ावा देने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। भारतीय संविधान में प्रस्तावना का विचार अमेरिका के संविधान से लिया गया है, प्रस्तावना की भाषा को ऑस्ट्रेलिया के संविधान से लिया गया है, प्रस्तावना की शुरुआत हम भारत के लोग से शुरू होती है और 26 नवंबर 1949 अंगीकृत पर समाप्त होती है। 1976 में 42 वें संविधान संशोधन अधिनियम के द्वारा प्रस्तावना में संशोधन किया गया था जिसमें तीन नए शब्द- समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और अखंडता को जोड़ा गया। अब तक प्रस्तावना में यद्यपि एक ही बार संसोधन हुआ है। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा, डलसा से पैनल एडवोकेट रविंद्र गुप्ता, राजेंद्र गौतम और मनदीप कौर ने जूनियर रेडक्रॉस, ब्रिगेड और लीगल लिटरेसी क्लब सदस्यों द्वारा लगाई जा रही प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया और बच्चों द्वारा पोस्टर और पेंटिंग के माध्यम से संविधान दिवस पर दिए गए संदेशों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। कार्यक्रम संयोजन में प्राध्यापिका डॉक्टर जसनीत कौर, आशा वर्मा, सोनिया वमल और प्रियंका रानी का विशेष सहयोग रहा। प्राचार्य मनचंदा ने बताया कि पोस्टर और प्रदर्शनी द्वारा बालिकाओं ने संविधान में देश के नागरिकों के मौलिक अधिकारों, कर्तव्यों, सरकार की भूमिका, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री के निहित अधिकारों का वर्णन किया। प्राचार्य मनचंदा और डलसा सदस्यों ने प्रश्नोत्तरी, पोस्टर एवम पेंटिंग में क्रमशः प्रियंका, सोनम, अमृता और खुशबू को प्रथम, तबिंदा, संजना व पूजा को द्वितीय तथा तनु, अंजली, नेहा और प्रीति को तृतीय स्थान पर घोषित किया। सभी विजेता बालिकाओं को डालसा के सौजन्य से प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किए जायेंगे।