देहरादून। बाल वनिता आश्रम में किशोरी से हुए दुष्कर्म मामले में चौंकाने वाली बात सामने आई है। पिछले डेढ़ माह से किशोरी को सिर दर्द और पेट में गैस की समस्या थी। किशोरी को डाक्टर के पास भी ले जाया गया, लेकिन तबीयत बिगड़ने के कारण का पता नहीं चल सका। बीते माह किशोरी का सीटी स्कैन भी किया गया था। महिला आयोग की अध्यक्ष विजय बड़थ्वाल ने बाल वनिता आश्रम का निरीक्षण किया और आश्रम के कर्मचारियों से पूछताछ की। आयोग के विधि अधिकारी दयाराम सिंह ने बताया कि आश्रम में मूलभूत सुविधाएं और सुरक्षा के इंतजाम संतोषजनक थे। आश्रम के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि कोरोनेशन अस्पताल के चिकित्सक प्रत्येक माह बच्चों की स्वास्थ्य जांच के लिए आते हैं। इस दौरान पीड़ित किशोरी के स्वास्थ्य के संबंध में नई जानकारी भी मिली। आश्रम के अधिकारियों ने बताया कि 10 अक्टूबर को पीड़ित किशोरी ने सिर में तेज दर्द होने की बात कही थी। इस पर उसे कोरोनेशन अस्पताल में डाक्टर को दिखाया गया था और दवा दी। हालांकि, किशोरी को राहत नहीं मिली। इसके अलावा किशोरी लगातार पेट में गैस की शिकायत भी कर रही थी। कई बार चिकित्सकों को आश्रम में भी बुलाया गया। इसके बाद 18 अक्टूबर को किशोरी के सिर का सीटी स्कैन कराया गया। लेकिन, दर्द के कारण का पता नहीं चल सका। हालांकि, फिर किशोरी ने वार्डन को बीते 26 नवंबर अपने साथ दुष्कर्म की बात बता दी।
महिला आयोग की अध्यक्ष विजय बड़थ्वाल ने आश्रम में बालक-बालिकाओं को एक साथ बैठाकर खाना खिलाए जाने की व्यवस्था को बदलने के निर्देश दिए। उन्होंने बालक-बालिका का मेस अलग-अलग करने को कहा है। साथ ही आश्रम में एक महिला काउंसलर की तैनाती के निर्देश दिए हैं।
किशोरी के मजिस्ट्रेटी बयान दर्ज
किशोरी के मजिस्ट्रेटी बयान दर्ज कराए गए। सूत्रों के मुताबिक, बयान में भी किशोरी ने दुष्कर्म की बात बताई। आरोपित किशोर को फिलहाल केदारपुरम स्थित बाल सुधार गृह में न्यायिक संरक्षण में रखा गया है। 28 नवंबर को बाल वनिता आश्रम में किशोरी से दुष्कर्म का मामला सामने आया। आश्रम के प्रबंधक ने पुलिस को बताया था कि 17 वर्षीय किशोरी के साथ आश्रम के ही एक किशोर ने दुष्कर्म किया है। पुलिस जांच में पता चला कि किशोर का संपर्क किशोरी से पांच माह पहले जून में हुआ था।