देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता एवं उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने देश के दिग्गज पत्रकार विनोद दुआ के निधन पर दुख और शोक व्यक्त किया है.
धीरेंद्र प्रताप ने विनोद दुआ का स्मरण इलेक्ट्रॉनिक मीडिया युग के प्रथम पंक्ति के पत्रकारों में करते हुए कहा है कि दुआ की जहां अपनी लेखनी पर गहरी पकड़ थी वही वे अपनी वाणी के भी सिद्धहस्त उपयोग के जीते -जागते सबूत थे ।जिस वक्त पत्रकारिता कलम से उठकर टेलीविजन की ओर बढ़ रही थी विनोद दुआ ने परिवर्तन की ध्वनियों को पहचाना और समय के साथ -साथ कलम का पूरा लोहा मनाने के बाद इलेक्ट्रॉनिक पत्रकारिता के युग में भी एक तरह से भीष्म पितामह की श्रेणी में आ गए।
धीरेंद्र प्रताप ने कहा उनका विनोद दुआ से राब्ता छात्रकाल से था और वे दिल्ली विश्वविद्यालय के बहुत ही उदीयमान छात्रों में गिने जाते थे ।लेकिन उन्होंने कभी भी अपनी योग्यता को लेकर अहंकार या दर्प का प्रदर्शन नहीं किया और सदैव अपने पुराने दोस्तों में तो उनकी लोकप्रियता बनी रही नए लोगों के प्रति भी उनका स्नेह का रवैया ,उन्हें सदैव लोकप्रिय बनाता रहा। उन्होंने कहा कि जून के महीने में उनकी पत्नी के निधन के बाद वह इस अगाध शोक को सहन नहीं कर सके और तभी से लगातार गंभीर रोग ने उन्हें घेर लिया और करीब आज 6 महीने के संघर्ष के बाद जीवन की इस लड़ाई को हार गए।
धीरेंद्र प्रताप ने कहा उनके निधन से उन्हें हार्दिक आघात पहुंचा है ।उन्होंने अपार दुख की घड़ी में उनके परिजनों को सांत्वना का संबल मिले, इसके लिए ईश्वर से हृदय से प्रार्थना की है।