नौसेना दिवस – नौसेना और नौसैनिकों पर भारत को गर्व

शिक्षा हरियाणा समाचार

फरीदाबाद। राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन आई टी तीन फरीदाबाद में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में नौसेना दिवस पर जूनियर रेडक्रॉस, गाइड्स और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड द्वारा वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित किया गया। जूनियर रेडक्रॉस और ब्रिगेड प्रभारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध में विजय प्राप्त करने वाली भारतीय नौसेना की शक्ति और वीरता की स्मृति के प्रतीक में यह दिवस मनाया जाता है। ऑपरेशन ट्राइडेंट के अंतर्गत 4 दिसंबर 1971 को भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान के कराची नौसैनिक अड्डे पर हमला किया था। इस ऑपरेशन की सफलता को ध्यान में रखते हुए 4 दिसंबर नौसेना दिवस मनाया जाता है।भारतीय नौसेना के मार्कोस कमांडो विश्व के सब से अच्छे कमांडो में सम्मिलित हैं जिन्होंने मुंबई में होटल ताज में घुसे आतंकवादियों को मृत्य के मुख तक पहुंचाने के लिए एनएसजी कमांडो के साथ मिलकर प्रमुख भूमिका निभाई थी। मार्कोस कमांडो ने 1988 में भारतीय जलक्षेत्र में अपहृत जहाज में मालदीव के तत्कालीन शिक्षामंत्री सहित बहुत से बंधकों की जान बचाकर ऑपरेशन कैक्टस सफलता तक पहुंचाया था। प्राचार्य मनचंदा ने बताया कि जम्मू कश्मीर की झेलम नदी और वुलर में भी जलमार्ग से आतंकवादियों की घुसपैठ को विफल करते रहे हैं। 1961 में गोवा से पुर्तगालियों को खदेड़ने में भी इस बल की महत्वपूर्ण भूमिका रही और ऑपरेशन विजय को सफलता तक पहुंचाया। वर्तमान में भारतीय नौसेना दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी नौसेना है जिसके पास विमानवाहक पोत आईएनएस विराट सहित 155 से अधिक जहाज हैं और दो हजार से अधिक मैरीन कमांडो हैं। नौसेना का इतिहास पौराणिक काल से ही माना जाता है ब्रिटिश उपनिवेश के दौरान रॉयल इंडियन नेवी नाम से सेना के रूप में इसे एक वास्तविक रूप मिला। 26 जनवरी 1950 को रॉयल इंडियन नेवी का नाम बदलकर भारतीय नौसेना कर दिया गया। भारतीय नौसेना ने आजादी की रक्षा ही नहीं की अपितु आजादी प्राप्त करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कमांडर इन चीफ के रूप में भारत के राष्ट्रपति हैं। मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज को भारतीय नौसेना के जनक माना जाता है। भारतीय नौसेना की देश की समुद्री सीमाओं को सुरक्षित करने के साथ-साथ बंदरगाह यात्राओं, संयुक्त अभ्यास, मानवीय आपदा राहत आदि के माध्यम से भारत के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका है। हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी स्थिति में सुधार के लिए आधुनिक भारतीय नौसेना का तेजी से नवीनीकरण किया गया है। भारतीय नौसेना में 67,000 से अधिक कर्मी और लगभग 150 जहाज और पनडुब्बियां शामिल हैं। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा और कॉर्डिनेटर गणित प्राध्यापिका डॉक्टर जसनीत और छात्रा प्रीति व सिया ने भारतीय नौसेना और नौसैनिकों के अदम्य शौर्य और साहस के लिए और अनवरत भारतमाता की सेवा के लिए कृतज्ञता व्यक्त करते हुए बारंबार नमन किया।

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