देहरादून, 02 जनवरी: विश्वराज शुगर इंडस्ट्रीज ने स्टॉक एक्सचेंजों को सूचित किया है कि यह इथेनॉल उत्पादन को बढ़ाने के लिए गन्ना सिरप संरक्षण हेतु एक तकनीक को सफलतापूर्वक विकसित करने में सक्षम हैं। यह तकनीक बहुत ही सरल और अत्यधिक लागत प्रभावी है व उत्कृष्ट परिणाम देती है।
हाल ही में कंपनी ने घोषणा की थी कि वह अपनी पेटेंट तकनीक का उपयोग करके फार्मास्युटिकल ग्रेड शुगर का उत्पादन करेगी। कंपनी के पास नवीनतम तकनीकों से युक्त एक अति आधुनिक रिसर्च एवं डेवलपमेंट सेंटर है। यह भारत में अग्रणी फार्मास्युटिकल कंपनियों को इस फार्मा ग्रेड चीनी की सप्लाई करने की प्रक्रिया में है और इसे पूरी दुनिया में निर्यात करने की भी योजना बना रही है।
इस साल की शुरुआत में, विश्वराज शुगर इंडस्ट्रीज (वीएसआईएल) ने ऑइल मार्केटिंग कंपनियों (ओएमसी) – भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (बीपीसीएल), इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (एचपीसीएल) के साथ 155 करोड़ रुपये के 2.50 करोड़ लीटर इथेनॉल की सप्लाई के लिए अनुबंध किया था, जो कि दिसंबर 2021 से शुरू हो चूका है।
मुकेश कुमार, वीएसआईएल के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने कहा, “हमने पिछले साल 2.25 करोड़ लीटर इथेनॉल की सप्लाई के मुकाबले दिसंबर 2021 से 2.50 करोड़ लीटर इथेनॉल की सप्लाई के लिए ऑइल मार्केटिंग कंपनियों (ओएमसी) बीपीसीएल, आईओसी और एचपीसीएल के साथ अनुबंध किया है।”
कंपनी कर्नाटक के बेलगाम जिले में 150 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से अपनी डिस्टिलरी इकाई का विस्तार 150 केएलपीडी क्षमता से कर रही है। विस्तार के बाद कंपनी के पास कुल इथेनॉल क्षमता 250 केएलपीडी हो जाएगी। इसके लिए पर्यावरण मंजूरी फरवरी 2022 तक मिलने की उम्मीद है।
कंपनी ने कर्नाटक में एक डिस्टिलरी फैसिलिटी के साथ ग्रीनफील्ड शुगर फैक्ट्री स्थापित करने के लिए 250 करोड़ रुपये की विस्तार योजना भी तैयार की है। विश्वराज शुगर इंडस्ट्रीज चीनी, बिजली और इथेनॉल का उत्पादन करने वाली एक एकीकृत चीनी कंपनी है। कंपनी गुड़ और शुगर सिरप से रेक्टिफाइड स्पिरिट, एनहाइड्रस एथेनॉल और एक्स्ट्रा-न्यूट्रल स्पिरिट जैसे डिस्टिलरी उत्पाद बनाती है।