फरीदाबाद। जिला शिक्षा विभाग के आदेशानुसार राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन एच तीन फरीदाबाद की जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड सदस्य छात्राओं ने पैतीसवें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स मेले में जिला फरीदाबाद के लीगल लिटरेसी सर्विसेज स्टॉल पर घरेलू हिंसा के प्रति जागरूक बनने के लिए स्किट प्रस्तुत की। विद्यालय की जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड प्रभारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि घरेलू हिंसा में किसी भी प्रकार के उत्पीड़न, प्रताड़ना अथवा हिंसा को घरेलू हिंसा कहा जाता है। किसी महिला का शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, मौखिक, मनोवैज्ञानिक या यौन शोषण किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा किया जाना जिसके साथ महिला के पारिवारिक सम्बन्ध हैं घरेलू हिंसा के अंतर्गत आता है। भारतीय विधि अर्थात लॉ के अनुसार घरेलू हिंसा के विरुद्ध महिला संरक्षण अधिनियम की धारा 2005 में घरेलू हिंसा को पारिभाषित किया गया है कि प्रतिवादी का कोई व्यवहार, भूल या किसी और को काम करने के लिए नियुक्त करना, घरेलू हिंसा में माना जाता है। क्षति पहुँचाना, घायल करना अथवा पीड़ित व्यक्ति को स्वास्थ्य, जीवन, अंगों या हित को मानसिक या शारीरिक तौर से खतरे में डालना या ऐसा करने की इच्छा रखना और इसमें शारीरिक, यौनिक, मौखिक और भावनात्मक और आर्थिक शोषण भी सम्मिलित है। प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि बालिकाओं ने बताया कि घरेलू हिंसा होने की सूचना कोई भी व्यक्ति संरक्षण अधिकरी को दे सकता है जिसके लिए सूचना देने वाले पर किसी प्रकार का उत्तरदायित्व नहीं तय किया जाता पीड़ित के रूप में आप इस विधि अथवा लॉ के अंतर्गत संरक्षण अधिकारी या सेवा प्रदाता से संपर्क कर सकती हैं। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने विद्यालय की जूनियर रेडक्रॉस और ब्रिगेड सदस्य छात्राओं पूजा, प्राची, सोनम, पल्लवी, अमृता, प्रियांशी, पायल, सिया, निशा और नैंसी एवम अध्यापिका अनु वर्मा और नम्रता का घरेलू हिंसा रोकथाम हेतु संदेशपरक स्किट प्रस्तुत करने के लिए उत्साहवर्धन किया।