देहरादून। श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान दिवस धlमावाला वार्ड 26 में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रईस अंसारी जी के नेतृत्व में अध्यक्षता कर रहे बाबूराम सहगल जी मुख्य अतिथि भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष मास्टर शकील वार्ड अध्यक्ष जितेंद्र खरबंदा जी सहयोग सुमित सहगल जी पुष्प अर्पित करने के उपरांत गोष्टी गोष्ठी में रईस अंसारी जी ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी जो भारतीय जनसंघ के संस्थापक है जो हमारे प्रेरणा स्रोत उनकी पुण्यतिथि के दिन जिसे हम बलिदान दिवस के रूप में मनाते हैं हम सब जानते हैं कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी का जीवन और बलिदान पूरे देश के लिए एकता और के लिए अपना बलिदान दिया हम सब के प्रेरणा का नारा देश में दो निशान दो विधान और दो प्रधान नहीं चलेंगे 8 मई को दिल्ली से चले थे जम्मू कश्मीर के परमिट राज को समाप्त करने के लिए 11 मई को नहीं जम्मू कश्मीर के बॉर्डर पर उन्हें अरेस्ट किया गया और 23 जून को उनकी रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हुई उन्होंने कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने का सपना देखा था उन्होंने 370 हटाने के लिए लड़ाई लड़ी लेकिन वह अपने सपने को साकार होते नहीं देख सके श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी को राष्ट्रवाद के प्रेरणा स्वरूप आज भी उन्हें याद किया जाता है साल 1953 को बगैर परमिट के कश्मीर का दौरा किया था प्रदेश उपाध्यक्ष मास्टर शकील जी ने गोष्टी में जहां उन्हें जम्मू कश्मीर की तत्कालीन शेख अब्दुल्ला की सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था इसी दौरान रहस्य में परिस्थितियों में उनकी मौत हुई जिसके बाद खूब हंगामा हुआ और अंत में जवाहरलाल नेहरू ने परमिट सिस्टम को हटा दिया आज हम जिस कश्मीर को हम देख रहे हैं उसकी नील डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने रखी थी मुखर्जी जी के पद चिन्हों पर चलते हुए केंद्र सरकार कार्य कर रही है जहां हुए बलिदान मुखर्जी वो कश्मीर हमारा है जो कश्मीर हमारा है वह सारे कैसा रहा है कार्यक्रम में उपस्थित धर्मेंद्र पवार अब्दुल रहमान अनस असद इलियास इश्तियाक निरंजन बड़ी संख्या में क्षेत्रीय लोग कार्यकर्ता गण मौजूद रहे