देहरादून: वैश्विक समूह एचसीएल और वर्ल्ड इकनोमिक फोरम के मुक्त नवाचार मंच, अपलिंक ने आज ग्लोबल फ्रेशवाटर इनोवेशन चैलेंज के लिए आवेदन आमंत्रित करने की घोषणा की है। यह एचसीएल और अपलिंक की एक्वाप्रेन्योर इनोवेशन पहल, की पांच चुनौतियों में से पहली है। यह ‘एक्वाप्रेन्योर्स’ (जल केंद्रित उद्यमियों) से मीठे पानी के पारितंत्र को संरक्षित और बहाल करने के लिए अभिनव समाधान प्राप्त करने का एक कार्यक्रम है। दावोस में फोरम की वार्षिक बैठक के दौरान मई 2022 में शुरू की गई पहल, दुनिया भर में मीठे पानी के क्षेत्र के लिए अपनी तरह का पहला नवाचार पारितंत्र तैयार करेगी। आवेदन भेजने की अंतिम तिथि 08 नवंबर, 2022 है। पूर्ण विवरण और योग्यता मानदंड इस लिंक पर देखे जा सकते हैं। एचसीएल ने पानी केंद्रित उद्यमियों की सहायता के लिए पांच वर्षों में $15 मिलियन देने का वचन दिया है।
एचसीएल टेक्नोलॉजीज की चेयरपर्सन, रोशनी नादर मल्होत्रा ने कहा, “एक नवाचार पारितंत्र जल उद्यमियों को संसाधनों के साथ सक्षम कर सकता है और नए समाधान बनाने तथा मौजूदा में सुधार करने में निवेश करने की सलाह दे सकता है। अब ऐसे उद्यमी और स्टार्ट – अप हैं जो मीठे पानी के संरक्षण के लिए प्रासंगिक समाधान मुहैया कराने की क्षमता रखते हैं और छोटे पारितंत्र के भीतर छोटे तरीकों से प्रभाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। इनमें से, कई वित्तपोषण हासिल करने के लिए संघर्ष करते हैं और अपने समाधानों का दायरा बढ़ाने के लिए परिचालन क्षमता की कमी का सामना करते हैं। एचसीएल अपने बड़े नेटवर्क और वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के अपलिंक के साथ साझेदारी के जरिये यह सुनिश्चित करना चाहता है कि इन उद्यमियों की पहचान की जाए और उनका समर्थन किया जाए ।
पहले साल की चुनौती, जिसे ग्लोबल फ्रेशवाटर चैलेंज कहा जाता है, निम्न पर केंद्रित होगी : बेहतर निर्णय लेना : ऐसे समाधान जो जानकारी के अंतर को भरते हैं, डेटा संग्रह में सुधार करते हैं और पारदर्शी व सुलभ (पहुंचयोग्य) डेटा बनाते हैं (यानी, समाधान जो पानी के उपयोग और मांग की निगरानी करते हैं और पूर्वानुमान लगाते हैं)
पानी की गुणवत्ता की बहाली: ऐसे समाधान जो पानी की गुणवत्ता की निगरानी, उपचार, पुनर्स्थापना या उसकी रक्षा करके उससे निपटते हैं। (यानी जल शोधन के लिए सोलर डिस्टिलर जैसे समाधान)
पारितंत्र का लचीलापन: पूरी मूल्य श्रृंखला में स्रोत जल की रक्षा करने वाले समाधान, जो जलवायु और मौसम से संबंधित झटकों के लिए लचीलेपन को मजबूत करते हैं, जोखिम वाले सबसे कमजोर क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए (अर्थात समाधान जो अत्यधिक गर्मी से पानी के वाष्पीकरण को कम करते हैं, या तीव्र अवशोषण और भंडारण के तरीके)।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में सेंटर फॉर नेचर एंड क्लाइमेट के प्रबंध निदेशक गिम हुआ नियो कहते हैं, “एक्वाप्रेन्योर इनोवेशन इनिशिएटिव सभी उद्यमियों को अपने समाधान और प्रभाव को बढ़ाने और उसमें तेजी लाने के लिए आमंत्रित करता है । इस पहल के माध्यम से, हम मीठे पानी के लचीलेपन को बढ़ाना चाहते हैं और अपने जल संसाधन की बेहतर सुरक्षा करना चाहते हैं। एचसीएल और अपलिंक के साथ सहयोग शीर्ष इनोवेटर्स को सार्वजनिक और निजी भागीदारों के साथ जुड़ने के लिए एक मंच प्रदान करेगा, साथ ही हमारे स्थायी प्रबंधन और मीठे पानी की प्रणालियों के उपयोग को संयुक्त रूप से बदलने के लिए उद्यम निधि तक पहुंच प्राप्त करेगा।
एचसीएल और अपलिंक निम्न की तलाश में हैं:
स्टेज: प्रभाव-उन्मुख स्टार्ट-अप जो पायलट, विकास या दायरा बढ़ाने के चरण में हैं, स्केल की दिशा में प्रदर्शित सफलता के साथ (यानी, मापने योग्य परिणामों और प्रभाव के साथ एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड)। “विचार” या “प्रोटोटाइप” चरण का प्रतिनिधित्व करने वाले समाधानों पर विचार नहीं किया जाएगा।
बिजनेस मॉडल: आदर्श रूप से मुनाफा कमाना चाहने वाली एक स्टार्ट अप कंपनी या सामाजिक उपक्रम की तलाश है जो स्थायी, और हाइब्रिड हो तो अच्छा, फंडिंग मॉडल के साथ हो।
पैमाना: स्टार्ट-अप जो बड़े पैमाने पर क्षमता प्रदर्शित करते हैं, विशेष रूप से सबसे अधिक प्रभावित समुदायों के लिए, दीर्घकालिक वित्तीय व्यवहार्यता और स्थिरता प्राप्त करने के लिए एक दृष्टिकोण के साथ।
चयनित उद्यमियों को उद्योग के विशेषज्ञों, निवेशकों और पारिस्थितिकी तंत्र भागीदारों के साथ मिलकर काम करने का अवसर मिलेगा ताकि वे अपने अभिनव समाधान को और विकसित कर सकें तथा उसके प्रभाव को आगे बढ़ाया जा सके।
एचसीएल समूह के विषय में
भारत के मूल आईटी गैरेज स्टार्ट-अप में से एक के रूप में 1976 में स्थापित, एचसीएल आधुनिक कंप्यूटिंग में अग्रणी है, जिसने अपने वैश्विक समकक्षों से काफी पहले 1978 में 8-बिट माइक्रोप्रोसेसर-आधारित कंप्यूटर की शुरुआत सहित कई क्रेडिट प्राप्त किए। आज, एचसीएल समूह की प्रौद्योगिकी और स्वास्थ्य सेवा सहित सभी क्षेत्रों में व्यावसायिक उपस्थिति है और इसमें समूह की तीन कंपनियां शामिल हैं – एचसीएल टेक्नालॉजीज, एचसीएल इंफोसिस्टम्स और एचसीएल हेल्थकेयर। समूह 52 देशों में कार्यरत 211,000 से अधिक कर्मचारियों के साथ 11.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का वार्षिक राजस्व उत्पन्न करता है।
समूह की एक कंपनी, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, आज अगले दशक के लिए वैश्विक उद्यमों को प्रौद्योगिकी के साथ सशक्त बनाती है। एक अग्रणी वैश्विक प्रौद्योगिकी कंपनी के रूप में, यह अपनी विविधता, सामाजिक जिम्मेदारी, स्थिरता और शिक्षा की पहल पर गर्व करती है। एचसीएल टेक्नोलॉजीज वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम का रणनीतिक साझेदार भी है।