देहरादून। उत्तराखंड के देहरादून जिले डोईवाला में स्थित एकमात्र चीनी मिल ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं 2022 2023 के पेराई सत्र में इस बार चीनी मिल ने कई ऐसे रिकॉर्ड कायम किये जो आज तक किसी भी चीनी मिल ने नहीं बनाए डोईवाला चीनी मिल मजदूर संघ के अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने बताया कि चीनी मिल के अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह जी की कड़ी मेहनत का नतीजा है कि डोईवाला चीनी मिल आज उत्तराखंड की नंबर वन चीनी मिल बन गई है अधिशासी निदेशक की मिल में तैनाती के उपरांत उनकी प्रभावी कार्य शैली एवं प्रशासनिक क्षमता ने इस वर्ष डोईवाला चीनी मिल को ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया। पूर्व में रहे अधिकारी जहां बार बार पुरानी मशीनरी होने की दुहाई दिया करते थे वही अधिशासी निदेशक के द्वारा मिल में मुख्य अभियंता के बिना ही 13 मार्च 2023 को चीनी मिल ने एक ही दिन में 25250 कुवंटल गन्ने की पेराई कर 2900 कुवंटल चीनी का उत्पादन कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया जो कि मिल के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह ने 2900 चीनी उत्पादन का श्रेय चीनी मिल में तैनात अधिकारी व कर्मचारियों को दिया उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी व कर्मचारी बड़ी मेहनत और लगन से कार्य कर रहे हैं किसान भी चीनी मिल को बराबर सहयोग कर रहे हैं साफ-सुथरे गन्ने की आपूर्ति चीनी मिल डोईवाला में किसानों द्वारा की जा रही है गोपाल शर्मा ने बताया कि अधिशासी निदेशक द्वारा मिल हित में जो भी प्रभावशाली निर्णय लिए जा रहे हैं उससे क्षेत्र में उनकी चारों और प्रशंसा हो रही है विगत वर्षों से जहां सड़कों पर भारी जाम लगा रहता था। जिससे आम नागरिक दुकानदारों और लोगों को परेशानी होती थी अधिशासी निदेशक के द्वारा इस बार गन्ने के ट्रकों ट्रालियों,बूगियो के खड़े होने की बेहतर व्यवस्था बनाई गई है जिससे सड़कों पर जाम नहीं लगता जिससे जनता को भारी राहत है वही किसानों को भी पहले बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता था इस बार किसान भी राहत महसूस कर रहे हैं क्योंकि इस बार किसानों के गन्ने का भुगतान भी समय से किया जा रहा है बरहाल इस बार डोईवाला चीनी मिल के अधिशासी निदेशक की मेहनत की बदौलत डोईवाला चीनी मिल ने कई पुराने रिकॉर्ड तोड़ नए रिकॉर्ड कायम किए हैं जिसका सीधा श्रेय डोईवाला चीनी मिल के अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह जी को जाता है जिस कारण उनका लगातार किसानों,कर्मचारियों,राजनीतिक लोगो ओर सामाजिक संस्थाओं द्वारा सुवागत कार्यक्रम किया जा रहा है।