देहरादून। एनआईटी राउरकेला पूरे ‘एनआईटी+ सिस्टम’ के ग्रैजुएशन प्रोग्रामों में वर्ष 2023 में प्रवेश के लिए केंद्रीकृत सीट आवंटन प्रक्रिया का संचालन कर रहा है।
केंद्रीय सीट आवंटन बोर्ड एनआईटी+ सिस्टम के लिए केंद्रीकृत सीट आवंटन के साथ आईआईटी के लिए संयुक्त प्रवेश बोर्ड का संचालन करेगा। सीट का आवंटन जेईई मेन में उम्मीदवारों की सामान्य रैंक सूची के आधार पर किया जाएगा जबकि आईआईटी के लिए सीट का आवंटन जेईई (एडवांस्ड) के सीआरएल पर आधारित होगा।
इस बार सीट आवंटन के लिए जोसा राउंड में पंजीकरण जेईई (एडवांस्ड) के परिणाम घोषित होने के ठीक अगले दिन 19 जून से शुरू हो गए हैं। काउंसेलिंग की पूरी प्रक्रिया 14 अगस्त 2023 तक पूरी कर लिए जाने की उम्मीद है और एनआईटी सिस्टम में 17 अगस्त 2023 तक कक्षाएं शुरू होने की भी उम्मीद है। इस बार एनआईटी, आईआईईएसटी, आईआईआईटी, एसपीए और अन्य जीएफटीआई में कुल लगभग 40 हजार सीटों पर प्रवेश के लिए 2.5 से 3.0 लाख उम्मीदवारों के सीएसएबी में पंजीकरण करने की उम्मीद है। इनमें एनआईटी में आरक्षित 20 प्रतिशत महिला सीटें भी शामिल हैं। उम्मीदवारों को 12वीं कक्षा में कम से कम 75 प्रतिशत अंक या संबंधित बोर्ड की 12वीं कक्षा की परीक्षा में सर्वोपरि 20 पर्सेंटाइल होना अनिवार्य है। हालांकि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति , पीडब्ल्यूडी छात्रों के लिए 12वीं कक्षा की परीक्षा में यह योग्यता अंक 65 प्रतिशत है।
प्रो. मुकेश के. गुप्ता, अध्यक्ष, स्थानीय आयोजन समिति, सीएसएबी 2023 ने कहा, “पिछले साल सीएसएबी-2022 में एनआईटी और आईआईआईटी के 100 प्रतिशत बी.टेक सीटों का आवंटन देखा गया। उम्मीदवारों को बहुभाषी हेल्पडेस्क का बहुत लाभ मिला और इसलिए हम टेलीफोन लाइनों की संख्या बढ़ा रहे हैं।
एनआईटी राउरकेला के निदेशक और सीएसएबी 2023 के अध्यक्ष प्रो. के. उमामहेश्वर राव ने उम्मीदवारों को यह संदेश दिया, “उम्मीदवार यह जरूर जान लें कि जोसा व सीएसएबी काउंसेलिंग में भाग लेने के लिए जेईई (मेन) का कोई कट-ऑफ नहीं है। हम ने काउंसेलिंग की प्रक्रिया आसान करने के कई कदम उठाए हैं।