देहरादून। रिवर्स पलायन और स्वरोजगार अभियान को बल देने के लिए संस्कार परिवार देहरादून के संस्थापक आध्यात्मिक गुरु आचार्य बिपिन जोशी गढ़वाल और जौनसार भ्रमण के बाद वापस देहरादून लौट आए हैं। उन्होने जोनसार के विकासखंड कालसी में ग्राम डामटा के प्रधान अनिल तोमर को साल उड़ाकर और हरिद्वार महाकुंभ का पवित्र गंगा जल और प्रसाद भेंट कर सम्मनित किया, विदित रहे ग्राम प्रधान द्वारा अपनी ग्राम सभा में देवभूमि दिव्य ग्राम आभियान को सबल करते हुवे अभी तक हजारों सेब, अखरोट आदि के वृक्षों के रोपण औररखरखाव के साथ साथ हर घर को छोटी आटा चक्की, छोटे टैक्टर, और कृषि उपकरण उपल्ब्ध कराए हैं, गांव में स्थानीय लोगो द्वारा अपनी एक सामुहिक निधि का निमार्ण किया गया है, मुसीबत आने पर जरूरतमंद इस निधि का उपयोग करता है। लोगो को मास्क, हैंड सेनेटाइजर, ऑक्सोमीटर,थर्मल स्क्रीनर आदि उपलब्ध कराई गए। आचार्य जी ने ग्राम साबली विकास खण्ड चंबा टिहरी गढ़वाल में विगत वर्ष अनंत राम बहुगुणा लगाए गए फलदार वृक्षों की प्रगति को भी देखा। जैविक खेती बागवानी जड़ी-बूटी उत्पादन का पालन मधुमक्खी पालन पुष्प उत्पादन और स्वरोजगार आदि के लिए स्थानीय लोगों से विचार-विमर्श किया जल्दी ही देव भूमि दिव्य ग्राम मिशन के माडल गांवों में उपरोक्त कार्यों को आगे बढ़ाया जाएगा। कुछ दिन पूर्व ही कुमाऊं में ग्राम मज्युली, पहाड़पानी बिकास खंड धारी जिला नैनीताल में भी सेवा कार्यों को गति प्रदान कर आचार्य बिपिन जोशी वापस लौटे हैं। उन्होने कहा उनका प्रयास उत्तराखण्ड को वेलनेस का एक बडा हब बनाना और यहां के गावों का योग और आयुर्वेद ग्राम के रूप में बिकास है।