फरीदाबाद। अंतरराष्ट्रीय न्याय दिवस पर राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन एच तीन फरीदाबाद में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में जूनियर रेडक्रॉस, गाइड्स और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड ने अवेयरनेस कार्यक्रम का वर्चुअल आयोजन किया। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने बताया कि इस दिवस को अंतरराष्ट्रीय न्याय दिवस के नाम से जाना जाता है। इस दिन वे सभी लोग एकजुट होते हैं, जो न्याय के समर्थक हैं, पीड़ितों का अधिकारों और हितों का संरक्षण करना चाहते हैं, इंटरनेशनल लेवल पर फैले अपराधों को रोकना चाहते हैं जो सुरक्षा और शांति और विश्व के खिलाफ हैं। 17 जुलाई 1988 को विश्व के कई देशों ने अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय की व्यवस्था के लिए एकजुट होकर समझौता किया था। इसे रोम स्टेट्यूट कहा जाता है। आज विश्व के एक सौ उनतालीस देश इस समझौते का हिस्सा बन चुके हैं। आई सी सी का न्याय अधिकार क्षेत्र बेहद गंभीर किस्म के अपराधों के लिए है और यह देशों के राष्ट्रीय न्याय व्यवस्था की जगह नहीं लेता। यह तभी हस्तक्षेप करता है, जब कोई देश किसी जांच को नही कर सकता या नहीं करता है। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि आई सी सी पहली संसद और स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय न्यायालयीन संस्थान है, जो अंतरराष्ट्रीय मानववादी और मानवाधिकारों के अतिगंभीर उल्लंघन मामलों के आरोपियों पर केस चलाकर न्याय करती है। इसमें नरसंहार, युद्ध अपराध, मानवता के खिलाफ अपराध शामिल हैं। विश्व अंतरराष्ट्रीय न्याय दिवस को विश्व के लोगों का अंतरराष्ट्रीय न्याय संबंधी गंभीर समस्याओं पर ध्यान खींचने के लिए भी एक अवसर के तौर पर देखा जाता है। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा और कॉर्डिनेटर गणित प्राध्यापिका डॉक्टर जसनीत कौर ने छात्रा सृष्टि और खुशी को वर्चुअल कार्यक्रम में प्रतिभागिता के लिए और पोस्टर एवम पेंटिंग बना कर अंतरराष्ट्रीय न्याय दिवस पर न्याय के लिए आगे बढ़ कर आवाज उठाने के लिए संदेश देने की सराहना की।