देहरादून। भारत रत्न से सम्मानित संचार क्रांति के जनक एवं आधुनिक भारत के निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के जन्म दिवस एवं सद्भावना दिवस पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनको शत-शत नमन करते हुए अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए पूर्व राज्य मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष कुमार नागपाल ने कहा कि भारत रत्न स्वर्गीय राजीव गांधी भारत के सबसे पहले युवा प्रधानमंत्री थे। सिर्फ 40 साल की उम्र में वह प्रधानमंत्री बन गए थे। राजीव गांधी को इंदिरा गांधी की मृत्यु के बाद देश की जनता ने भारी बहुमत से जिताया था। यह भारत के नौवें प्रधानमंत्री थे। स्वर्गीय गांधी बहुत ही सरल स्वभाव के धनी व्यक्ति थे, वह बहुत सहनशील युवा के प्रतिबिंब थे। वह भारत के लिए नवीन अनुभव की छवि रखते थे। उन्होंने देश को आधुनिकता की तरफ अग्रसर किया युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए उनके हित में कई निर्णय एवं बदलाव किए। सरलता से राजनीति को चलाने में इनका कोई तोड़ ना था। स्वर्गीय गांधी को मरणोपरांत 1991 में भारत रत्न से नवाजा गया। स्वर्गीय गांधी ने शिक्षा को हर तरफ से बढ़ाया एवं 18 वर्ष के युवाओं को मताधिकार और पंचायती राज को भी शामिल किया। राजीव गांधी ने कई अहम फैसले लिए जिनमें श्रीलंका में शांति सेना भेजना असम, मिजोरम एवं पंजाब समझौता भी शामिल थे। स्वर्गीय गांधी ने कश्मीर, पंजाब में हो रही आंतरिक लड़ाई को भी काबू करने की भरपूर कोशिश की। राजीव गांधी देश की युवा शक्ति को अत्यधिक बढ़ावा देते थे। उनका मानना था कि देश का विकास युवाओं के द्वारा ही हो सकता है। देश के युवाओं को रोजगार भरपूर मिले इसके लिए राजीव गांधी हमेशा प्रयासरत रहते रहे। गांधी ने इसके लिए जवाहर रोजगार योजना भी शुरू की थी। उन्होंने देश में संचार क्रांति कंप्यूटर जैसे विज्ञान को भारत में आरंभ किया। स्वर्गीय गांधी एक ऐसे कर्मयोगी रहे हैं, जिनका जीवन यात्रा में मानवता सहजता, सरलता, निश्छलता के कई मुकाम रहे हैं। राष्ट्रीयता उनके चिंतन के केंद्र में थी। सर्वधर्म सद्भाव उनके मानस में रचा बसा था। उनके व्यक्तित्व में परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत समन्वय था नियति ने समय के कैनवास पर उन्हें बहुत कम समय दिया, लेकिन इतने कम समय में भी उन्होंने इतिहास में अपनी अनूठी और अमिट छाप छोड़ी।विलक्षण प्रतिभा के धनी राजीव में सादगी और दृढ़ता का आदर समावेश था। बेहद शांत और गंभीर प्रवृत्ति के राजीव गांधी का संपूर्ण जीवन सत्यम, शिवम , सुंदरम का मूर्त रूप था। वे आमजन की समस्याओं को बड़े ध्यान से देखते और सुनते थे और फिर सही दिशा निर्देश देकर उसको समझाने का प्रयास करते थे। यही उनकी कार्यशैली थी। उन्होंने भारत को आधुनिक खुशाल और एक मजबूत राष्ट्र बनाने में विशेष भूमिका निभाई। जिस को भुलाया नहीं जा सकता है देश हित में किए गए कार्यों के लिए उन्हें सदैव याद रखा जाएगा। उनके योगदान को भी कभी भुलाया नहीं जा सकता है। ऐसी महान शख्सियत को हम अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि व श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए पुनः नमन करते हैं। स्वर्गीय गांधी के जन्मदिवस के अवसर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डोईवाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को फल वितरित किए। व सभी मरीजों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी करी। कार्यक्रम में मुख्य रूप से वरिष्ठ समाज सेवी चंद्र मोहन कोठियाल, श्रीमती अंजू कुमार भंडारी, सुनील सैनी, अजय सैनी, अखिल भारतीय पंचायत परिषद की महिला ब्लॉक अध्यक्ष रेखा चौहान, श्रीमती लीला देवी, सरोज कश्यप, मीनू देवी, मुकेश कुमार आदि उपस्थित थे।