देहरादून, 28 अगस्त। भारत सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के निर्देश पर वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून द्वारा सेवारत भारतीय वन सेवा अधिकारियों के लिए “शहरी जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं के लिए हरित स्थान का प्रबंधन” पर एक ऑनलाइन प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन अरुण सिंह रावत भा.व.से. महानिदेशक भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद तथा निदेशक वन अनुसंधान संस्थान देहरादून ने किया। इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान, शहरी वानिकी पर विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विषय विशेषज्ञों ने जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं के लिए शहरी हरित स्थानों के प्रबंधन पर व्याख्यान दिया। प्रशिक्षण के अंत में, ” प्रशिक्षण और कौशल विकास के द्वारा वन विभागों के कामकाज में सुधार ” शीर्षक विषय पर एक पैनल चर्चा आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता श्री एस.डी. शर्मा, उप महानिदेशक (अनुसंधान), भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद ने की। श्रीमती कंचन देवी, उप महानिदेशक (शिक्षा), आईसीएफआरई, सम्मानित अतिथि और श्री दीपक मिश्रा, सचिव, आईसीएफआरई इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थें। सभी अतिथियों ने आईएफएस अधिकारियों के कौशल विकास के लिए विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था कर वन विभागों के कामकाज में सुधार हेतु अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के प्रारम्भ में डॉ. विजेंद्र पंवार, प्रमुख, वन पारिस्थितिकी और जलवायु परिवर्तन प्रभाग, एफआरआई, ने मुख्य अतिथियों, आईएफएस प्रशिक्षुओं, समूह समन्वयक अनुसंधान, प्रभागों के प्रमुख और वैज्ञानिकों का स्वागत किया। कार्यक्रम का समापन डॉ. हुकुम सिंह, वैज्ञानिक तथा पाठ्यक्रम निदेशक के धन्यवाद ज्ञापन से किया गया।