देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड में योग और प्राकृतिक चिकित्सा के विकास, योग और प्राकृतिक चिकित्सा को उत्तराखंड में अनिवार्य विषय के रूप में शामिल करने, योग और प्राकृतिक चिकित्सा की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को उत्तराखंड में लागू करने के लिए आई0एन0 ओ0 का एक प्रतिनिधि मंडल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उनके आवास पर मिला मुख्यमंत्री ने तुरंत संज्ञान लेते हुए प्रतिनिधि मंडल की एक बैठक आयुष सचिव चंद्रेश यादव के साथ सचिवालय में करवाई। सचिवालय में आयोजित बैठक में देवभूमि उत्तराखंड में योग और प्राकृतिक चिकित्सा के वृहद विकास के लिए एक रोडमैप बनाया गया और उस पर विस्तृत चर्चा की गई। प्रतिनिधि मंडल में आई0एन0ओ0 के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनंत बिरादर ने देश के अन्य राज्यों में जिस पैटर्न पर योग और प्राकृतिक चिकित्सा का विकास किया जा रहा है उसका वृहद ब्यौरा आयुष सचिव के सम्मुख रखा और उससे संबंधित दस्तावेज भी उन्हें सौंपे, साथ ही एक एडवाइजरी बोर्ड के गठन का भी सुझाव दिया। आध्यात्मिक गुरु आचार्य विपिन जोशी ने संस्कार परिवार देहरादून द्वारा उत्तराखंड के गावों को योग और आयुर्वेद ग्राम के रूप में विकसित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों को आयुष सचिव के सम्मुख रखा उन्होंने बताया उत्तराखंड के गांवो को योग और आयुर्वेद ग्राम के रूप में विकसित करके हम उत्तराखंड को वैलनेस का एक बहुत बड़ा हब बना सकते हैं जिससे पलायन रोकने के साथ-साथ रिवर्स पलायन होगा साथ ही संपूर्ण विश्व को स्वास्थ्य और स्थानीय लोगों को स्वरोजगार मिलेगा। आई0एन0ओ0 उत्तराखंड की अध्यक्ष डॉ सरस्वती काला उत्तरांचल आयुर्वेदिक कॉलेज के चेयरमैन डॉ अश्विनी कंबोज आई0 एन0 ओ0के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डी0एन0 शर्मा, आर0सी0 गुप्ता ने विस्तार से योग और नेचुरोपैथी के विकास के लिए अपने सुझाव दिए।आई0एन0ओ0 उत्तराखंड की नई कार्यकारिणी का गठन डॉ अश्विनी कंबोज संरक्षक आचार्य बिपिन जोशी सदस्य एडवाइजरी बोर्ड प्रोफेसर सरस्वती काला प्रदेश अध्यक्ष,डॉक्टर विनोद नौटियाल प्रदेश उपाध्यक्ष, डॉ रचना सिंघल प्रदेश सचिव, मनोज रतूड़ी सह सचिव