देहरादून। कांग्रेस उत्तराखंड में छह माह बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर संगठन स्तर पर और बदलाव की तैयारी में है। भूतपूर्व सैनिक, अल्पसंख्यक समेत बड़ी संख्या में विभाग-प्रकोष्ठों के पुनर्गठन की तैयारी है। पुनर्गठन के बाद हर विभाग और प्रकोष्ठ का सम्मेलन होगा। ऊपर से नीचे सांगठनिक स्तर पर सक्रियता बढ़ाने के बाद आगामी नवंबर या दिसंबर माह में पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भी उत्तराखंड आने का न्योता दिया जाएगा। पार्टी नेतृत्व प्रदेश संगठन में बड़े फेरबदल को अंजाम दे चुका है। बीती 22 जुलाई को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर गणेश गोदियाल की ताजपोशी हो चुकी है। गोदियाल को प्रदेश संगठन में अपनी पसंद के नेताओं को अहम दायित्व देने की छूट दी गई है। गोदियाल प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन और प्रदेश महामंत्री संगठन के रूप में नई नियुक्तियां कर चुके हैं। पार्टी में बदलाव का ये सिलसिला आगे भी जारी रहने वाला है। अब विभिन्न प्रकोष्ठों और विभागों में फेरबदल की कवायद को अंजाम दिया जा रहा है। चुनावी समीकरणों और विभागों व प्रकोष्ठों की सक्रियता बढ़ाने के लिए नए पदाधिकारियों को बैठाने की रणनीति है। पार्टी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ, भूतपूर्व सैनिक प्रकोष्ठ, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ समेत करीब एक दर्जन प्रकोष्ठों और विभागों का पुनर्गठन करेगी। उत्तराखंड सैनिक बहुल राज्य है। ऐसे में पार्टी की मंशा भूतपूर्व सैनिक प्रकोष्ठ को ज्यादा सक्रिय करने की है। प्रकोष्ठ के नए पदाधिकारियों के कार्यक्रम पूरे प्रदेश में लगाए जाएंगे, ताकि पूर्व सैनिकों और सैन्य परिवारों को लुभाया जा सके। करीब 150 निष्कासितों की होगी वापसीपिछले कुछ वर्षों में विभिन्न कारणों या अनुशासनहीनता के मामलों को लेकर निष्कासित किए गए नेताओं की पार्टी में दोबारा वापसी होगी। गढ़वाल और कुमाऊं दोनों मंडलों में ऐसे करीब 150 नेता हैं। इनकी वापसी की राह तैयार की जा रही है। प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष का पद इस वक्त खाली चल रहा है। समिति के अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह का निधन हो चुका है। अध्यक्ष समेत नई समिति के गठन के संबंध में प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से पार्टी हाईकमान को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। अध्यक्ष व समिति की घोषणा हाईकमान के स्तर से होगी।