देहरादून। अखिल भारतीय पंचायत परिषद के प्रदेश संयोजक व पूर्व राज्य मंत्री मनीष कुमार ने आज भाजपा की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने एपीएल कार्ड धारकों के संग जो खाद्यान्न आवंटन का वादा किया था, उसको तोड़ दिया और जनता के साथ विश्वासघात किया है। सरकार ने बड़े-बड़े वादे करते हुए यह घोषणा करी थी कि एपीएल कार्ड धारकों को 10 किलो गेहूं और 10 किलो चावल प्रत्येक माह दिया जाएगा जबकि केवल जून जुलाई-अगस्त मे ही यह दिया गया और अब सितंबर माह से इसको बंद कर दिया गया है। अब एपीएल कार्ड धारकों को केवल ढाई किलो चावल और 5 किलो गेहूं प्रत्येक माह मिलेगा। यह जनता के साथ सरासर धोखा है और उनके विश्वास के साथ भाजपा ने खिलवाड़ किया है। अखिल भारतीय पंचायत परिषद आज भाजपा से यह पूछना चाहती हैं कि कैसे एपीएल कार्डधारक पूरे महीने में केवल ढाई किलो और 5 किलो पर गुजारा कैसे कर सकता है। जरा भाजपा इसका स्पष्टीकरण दें भाजपा ने झूठे और हवाई दावे कर के अखबारों में फर्जी घोषणा करके सुर्खियां बटोरी जो आज झूठी साबित हो गई हैं। इस माह सितंबर से यह राशन एपीएल कार्ड धारकों का बंद कर दिया गया है। यह बड़े दुख और शर्म की बात है कि भाजपा सरकार पहले ऐसे वादे करती है और बाद में उन्हें तोड़ देती है। कांग्रेस शुरू से ही कहती आई है कि भाजपा की कथनी और करनी में जमीन आसमान का अंतर है जो इस खाद्यान्न वितरण से स्पष्ट होता है। दूसरा राज्य सरकार राशन विक्रेताओं को जब से ऑनलाइन राशन वितरण प्रणाली शुरू की गई है। तब से आज तक इंटरनेट कनेक्टिविटी का एक भी रुपया नहीं दिया गया है जो राशन विक्रेताओं के साथ धोखा है। पूर्व में सरकार ने कहा था कि प्रत्येक माह राशन विक्रेताओं को इंटरनेट का पैसा दिया जाएगा परंतु बड़े दुख का विषय है कि आज तक एक भी रुपया इंटरनेट का नहीं दिया गया है। जिसके लिए इस सरकार की जितनी भी निंदा की जाए कम है। राशन विक्रेता अपनी जेब से इंटरनेट का पैसा दे रहे हैं और राशन वितरण कर रहे हैं। सरकार यहां पर भी अपने वादे से मुकर गई और झूठे आश्वासन देने के अलावा यह कुछ नहीं करते हैं। कांग्रेस पार्टी शुरू से ही कहती आ रही है कि भाजपा केवल जुमलो की सरकार है झूठे और कोरे आश्वासन वादे करना इनकी एक नीति बन चुकी है। केवल और केवल झूठ के सहारे यह सत्ता में आना चाहते हैं और यही पूरे प्रदेश की जनता ने इनके असली चेहरे को समझ और देख लिया है और आने वाले समय में जनता इनको सत्ता विहीन करके उचित सबक सिखाएगी। अगर सरकार ने खाद्यान्न वितरण को सही नहीं किया और राशन कोटा एपीएल कार्ड धारकों का नहीं बढ़ाया तो कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतर कर इन के विरुद्ध धरना प्रदर्शन करेंगे।
