देहरादून। पिछले दिनों कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पुरोला से कांग्रेस के विधायक राजकुमार ने आज उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल को अपना त्याग पत्र सौंप दिया।
गौरतलब हैं की उत्तरकाशी जिले के पुरोला से कांग्रेस विधायक राजकुमार दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ली थी। पुरोला विधायक राजकुमार की पारिवारिक पृष्ठभूमि कांग्रेस की ही रही है। उनके पिता पतिदास ने 1985 में उत्तरकाशी से कांग्रेस के टिकट पर विधान सभा चुनाव लड़ा था और हार गए थे। राजकुमार ने देहरादून के डीएवी पीजी कॉलेज से ग्रेजुशन किया है, लेकिन वह छात्र राजनीति में कभी भी सक्रिय नहीं रहे। उत्तराखंड के अलग राज्य के रूप में अस्तित्व में आने के बाद वह भाजपा से जुड़े। 2007 में सहसपुर (आरक्षित) सीट से भाजपा ने राजकुमार को टिकट दिया। वह चुनाव जीत गए। इसके बाद 2012 सहसपुर सीट के सामान्य होने के बाद उन्होंने 2012 में पुरोला सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा। इस चुनाव में वह हार गए। इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी मालचंद जीते थे और राजकुमार दूसरे नंबर पर रहे थे। 2017 में उन्होंने कांग्रेस में वापसी की थी। उन्हें पुरोला से टिकट मिला था। इन चुनावों में उन्होंने जीत दर्ज की थी। राजकुमार पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नजदीकी भी माने जाते हैं।