देहरादून। डोईवाला क्षेत्र में बुजुर्ग व्यक्ति की अपहरण, हत्या की घटना का दून पुलिस ने खुलासा करते हुये घटना में संलिप्त 02 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया हैं, जबकी एक अन्य अभियुक्त अभी फरार हैं। पुलिस उसकी भी तलाश कर रहीं हैं। पुलिस का कहना हैं की प्रापर्टी को लेकर तीन आरोपितों ने एक रिटायर्ड टीचर की हत्या कर दी और शव को बोरी में डालकर सौंग नदी में फेंक दिया था।
आज दोपहर 12 बजे पुलिस उपमहानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून जन्मेजय प्रभाकर कैलाश खण्डूरी ने अपने कार्यालय मे आयोजित पत्रकार वार्ता मे बताया की विगत 31 अगस्त 2021 को वादी पारेश्वर प्रसाद शर्मा पुत्र स्व. सतेश्वर प्रसाद शर्मा निवासी जीवनवाला पो.औ. फतेहपुर टांडा तहसील डोईवाला देहरादून ने एक लिखित तहरीर दी, जिसमे उन्होंने बताया कि दिनांक 31 अगस्त को लगभग 5 से 6 बजे के बीच उनके चाचा सुभाष चन्द्र शर्मा रोज की तरह घूमने जीवनवाला, अठूरवाला रोड पर घर से निकले थे, देर रात तक उनका इंतजार करने पर भी वह घर वापस नहीं आए, तब से परिवार द्वारा उनको आस-पड़ोस एवं रिश्तेदारों के यहां ढूंढने की कोशिश की दूरभाष पर भी दूर के रिश्तेदारों से बात की परंतु उनका कहीं पता नहीं चल पाया, उनका मोबाइल नम्बर भी रात से ही स्विच ऑफ आ रहा है। वादी की लिखित तहरीर पर गुमशुदगी संख्या: 21/2021 गुमशुदा सुभाष चन्द शर्मा पंजीकृत की गई। जिसकी विवेचना चौकी प्रभारी लालतप्पड के सुपुर्द की गयी। विवेचना के दौरान अपहरण का सन्देह होने पर दिनांक 11सितम्बर 2021 को उक्त गुमशुदगी को मुकदमा अपराध सख्या 223/2021 धारा 365 भादवि बनाम अज्ञात तरमीम किया गया। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू की और काल डिटेल रिकार्ड सहित सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इस दौरान पता लगा कि 30 अगस्त की सुभाष चंद्र शर्मा अपने दोस्त विजय जोशी निवासी जीवनवाला के घर गए थे। सुभाष चंद्र शर्मा के विजय जोशी के घर पहुंचने से पहले ही वहां दो लोग मोटरसाइकिल पर आए थे। काफी देर तक वह विजय जोशी के घर पर ही रहे। इस मामले में पुलिस ने विजय जोशी से पूछताछ की, लेकिन उसने कुछ नहीं बताया और पुलिस पर ही आरोप-प्रत्यारोप लगाने शुरू कर दिए। जांच में पाया गया कि विजय जोशी और सुभाष चंद्र शर्मा पुराने दोस्त थे। सुभाष चंद्र जोशी के सारे व्यक्तिगत व जमीन संबंधी काम विजय जोशी करता था। विजय जोशी ने सुभाष चंद्र शर्मा का एक प्लाट धोखे से अपने नाम कर दिया था। सुभाष चंद्र का विजय जोशी के ऊपर चार पांच लाख रुपये उधार भी था और सुभाष चंद्र लगातार विजय जोशी पर रुपये वापस करने का दबाव बना रहा था। 14 सितंबर को लापता सुभाष चंद्र शर्मा का शव सौंग नदी के किनारे से बरामद हुआ। मृतक के स्वजनों ने उसकी पहचान की। पुलिस ने जब घटना वाले दिन विजय जोशी के घर आए दो व्यक्तियों की तलाश की तो इनमें से एक व्यक्ति वीरेंद्र उर्फ रविंद्र निवासी खैरीकला नेपाली फार्म श्यामपुर को हिरासत में लिया गया। पूछताछ करने पर उसने बताया की 30 अगस्त को उन्होंने सुभाष चंद्र शर्मा का गला दबाकर हत्या कर दी थी और शव बोरी में डालकर सौंग नदी में फेंक दिया था। इस मामले में पुलिस ने विजय जोशी पुत्र स्व. दर्शन लाल जोशी निवासी जीवनवाला थाना डोईवाला देहरादून उम्र 48 वर्ष और विरेन्द्र उर्फ रविन्द्र पुत्र स्व0 छोटन निवासी खैरी कला नेपाली फार्म श्यामपुर थाना रायवाला देहरादून उम्र 29 वर्ष को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं उनका तीसरा साथी सतपाल पुत्र स्व0 धनीराम निवासी निवासी खैरी कला नेपाली फार्म श्यामपुर थाना रायवाला देहरादून अभी भी फरार है।