नई दिल्ली। देश में त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है। इस बीच, देश पर एक बार फिर से कोरोना का खतरना मंडराने लगा है। यदि आप उन लोगों में हैं जिन्हें लगता है कि अब देश में कोरोना का खतरा नहीं है, कोरोना पूरी तरह खत्म हो गया है तो आप गलत है। भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना फिर से पैर पसार रहा है। ऐसे में अगर हमने सावधानी नहीं बरती तो हालात फिर से बिगड़ सकते हैं। देश में पिछले कुछ दिनों से कोरोना के आंकड़ों में बदलाव देखने को मिल रहा है। देश में कोरोना संक्रमण से हुई मौतों की संख्या में पिछले हफ्ते से बढ़ोतरी हुई है। देश में आज 733 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। देश में अभी भी बड़ी संख्या में मौतें हो रही हैं। पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना के 16 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं। वहीं, 733 लोगों की मौत हो गई है। इससे पहले कल देशभर में कोरोना से 585 लोगों की मौत हुई थी। बीते हफ्ते से आए मौत के आंकड़े डराने हैं। इसमें 61% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। 11 से 17 अक्टूबर से देश में कोरोना से 1507 लोगों की मौतें हुईं, वहीं 18 से 24 अक्तूबर के बीच ये मौत का आंकड़ा बढ़कर 2422 हो गया है। इसके बाद अगले दो दिन भी देश में 500 से अधिक मामले सामने आए हैं। ये कोरोना के खतरे की ओर इशारा कर रहे हैं। 18 से 24 अक्टूबर तक कोरोना से जान गंवाने वालों में सबसे ज्यादा केरल से रहे। यहां 1667 संक्रमितों की जान गई है। दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र रहा। यहां 168 लोगों की इस दौरान मौत हुई। डेथ रेट पंजाब में सबसे ज्यादा है। यहां 2.7% की रफ्तार से संक्रमितों की मौत हुई। डेथ रेट मतलब कोरोना के कुल मरीजों में होने वाली मौतों का हिस्सा। डेथ रेट के मामले में उत्तराखंड दूसरे, नगालैंड और महाराष्ट्र तीसरे नंबर पर है। उत्तराखंड में डेथ रेट 2.2%, नगालैंड और महाराष्ट्र में 2.1% है। गोवा, दिल्ली, मेघालय, अंडमान निकोबार, हिमाचल प्रदेश, मणिपुर, झारखंड, पुडुचेरी, उत्तर प्रदेश समेत 27 राज्य और केंद्र शासित राज्य हैं, जहां डेथ रेट 1% से ज्यादा है।