फरीदाबाद। राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन आई टी तीन फरीदाबाद की जूनियर रेडक्रॉस, गाइड्स और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड ने प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में भारतीय सेना दिवस पर वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि भारतीय सेना आज अपना 74वां स्थापना दिवस मना रही है। भारतीय सेना द्वार हर साल 15 जनवरी के दिन भारतीय सेना दिवस मनाया जाता है। दरअसल आज ही के दिन फील्ड मार्शल केएम करियप्पा ने आजादी के बाद साल 1949 में ब्रिटिश जनरल फ्रांसिस बुचर से भारतीय सेना की पूरी कमान ली थी. फ्रांसिस ने भारत में अंतिम ब्रिटिश जनरल के रूप में काम किया और इसके बाद भारतीय सेना की बागडोर फील्ड मार्शल केएम करियप्पा को सौंप दी गई और करियप्पा भारतीय सेना के पहले कमांडर इन चीफ बने। केएम करियप्पा के भारतीय थल सेना के शीर्ष कमांडर का पद संभालने के ही उपलक्ष्य में हर वर्ष 15 जनवरी के दिन भारतीय सेना दिवस मनाया जाता है। विद्यालय की जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड प्रभारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने बताया कि फील्ड मार्शल करियप्पा ने ब्रिटिश भारतीय सेना से फौज की नौकरी प्रारंभ की और करियप्पा ने 1947 में भारत-पाकिस्तान युद्ध में पश्चिमी सीमा पर सेना का नेतृत्व किया। भारत और पाकिस्तान के विभाजन के समय दोनों देशों की सेनाओं को बांटने और उनके बंटवारे का दायित्व भी केएम करियप्पा को ही दिया गया था। करियप्पा 1953 में रिटायर हो गए और करियप्पा को 1986 में फील्ड मार्शल के पद से सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि फील्ड मार्शल का पद भारतीय सेना का सर्वोच्च पद है। यह पद सम्मान स्वरूप दिया जाता है। भारतीय सेना के इतिहास में यह सम्मान दो बार दिया गया है। सर्वप्रथम सैम मानेकशॉ जिन्हें 1973 में इस पद से सम्मानित किया गया दूसरे के एम करियप्पा जिन्हें 1986 में इस पद से सम्मानित किया गया था। प्राचार्य मनचंदा और कॉर्डिनेटर डॉक्टर जसनीत कौर ने छात्रा सृष्टि मेघवाल और निशा का भारतीय सेना के प्रति कृतज्ञता दर्शाने के लिए आभार व्यक्त किया।