देहरादून। यूक्रेन पर रूस के हमले में निर्दोष लोगो की जान जा रही है। यूक्रेन में अनेक भारतीय छात्र छात्राएं भी फंसे हुए हैं। गत दिवस खारकीव में गर्वनर हाउस को ध्वस्त करने के लिए की गयी रूसी बमबारी में भोजन की तलाश में निकले कर्नाटक निवासी मेडिकल छात्र 21 वर्षीय नवीन शेखराप्पा की मौत हो गयी। इस घटना ने भारत में शोक की लहर दौडा दी।
आज शिव सेना उत्तराखण्ड के गोविंदगढ़ स्थित मुख्यालय में एक श्रद्वाजंलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें शिव सैनिकों ने नम आंखों से भारतीय छात्र नवीन शेखराप्पा की मृत्यु पर दुख व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्वाजंलि अर्पित की। प्रदेश प्रमुख शिव सेना गौरव कुमार ने नवीन को श्रद्वाजंलि अर्पित करते हुए कहा कि वह मृतक छात्र के प्रति अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि इस दुख की घड़ी में उनके परिवारजनों को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करेंं। उन्होने कहा कि यह घटना केंद्र सरकार की विफलता का बड़ा उदाहरण है। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र छात्राएं स्वदेश वापसी के लिए मदद की गुहार लगाते-लगाते निराश हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने नागरिकों को युद्व क्षेत्र से सुरक्षित निकालने की कोशिश में नाकाम साबित हो चुके हैं। केंद्र सरकार को इस समय अपना पूरा फोकस यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों की सकुशल वापसी पर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिव सेना इस दुख की घडी में नवीन के परिजनो के साथ है।
श्रद्वाजंलि देने वालो में मुख्य रूप से मनोज सरीन, विकास मल्होत्रा, वासु परविंदर, बालू गुप्ता, विजय गुलाटी, फरीद खान, मनिंदर सिंह, निधि गुप्ता, निशा मेहरा, हर्षित परविंदर, सुभाष गुप्ता आदि शामिल थे।