देहरादूनः इस अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर लीवॉयस ने अपने आइकोनिक अभियान आई शेप माय वर्ल्ड के सातवें सीज़न का अनावरण किया, जो अपनी शुरूआत के बाद से एक वर्षीय डिजिटल अभियान का रूप ले चुका है। इस सीज़न यह अभियान प्रेरक कहानियों पर चर्चा के दायरे से बाहर जाकर लाईव सत्रों के ज़रिए महिलाओं को सशक्त और सक्षम बनाएगा, यह उनकी अनूठी यात्रा, मास्टरक्लासेज़ एवं प्रमुख इंटर्नशिप प्रोग्रामों पर रोशनी डालेगा।
इस साल का प्रोग्राम इस अवधारणा पर आधारित है कि हर सफल महिला के पीछे एक और महिला होती है, जिसने उस महिला को प्रेरणा, सहयोग, समर्थन दिया होता है, जिसने उस महिला का उत्साह बढ़ाया होता है। लीवॉयस जोखिम लेने वाली, नियमों को तोड़ने वाली गेम चेंजर महिलाओं को पहचान कर उनका जश्न मनाता है, जो खुद अनूठी कहानियां पेश कर अपने समुदायों को प्रेरित करती हैं और देश की अन्य महिलाओं को सशक्त बनाती हैं।
2017 में शुरू हुआ यह अभियान आई शेप माय वर्ल्ड एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो कभी न रुकने वाली महिलाओं की कहानियों को रोशनी में लाता है, वे महिलाएं जिनकी कहानियां ने भारत की लाखों अन्य महिलाओं को प्रेरित किया हो। अब तक तकरीबन 50 महिलाओं जैसे फाये डिसूज़ा, ज़ोया अख़्तर, राजकुमारी, इति रावत, सुमुखी के साथ जुड़ चुका यह अभियान इससाल 4 निडर महिलाओं को रोशनी में लाएगा।
हीमा दास, चावल की खेती करने वाली एक किसान के पांच बच्चों में सबसे छोटी थी, वह पी.टी. उषा से प्रेरित थी, उन्होंने हीमा से कहा कि अपनी तरफ से सबसे अच्छा करने की कोशिश करो। हालांकि उन्हें बहुत ज़्यादा औपचारिक प्रशिक्षण नहीं मिला, लेकिन वे आईएएएफ वर्ल्ड अंडर 20 चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। आज वे असम में डिप्ली सुप्रीटेंडेंट ऑफ पुलिस के रूप में समाज की सेवा कर रही हैं।
मंदिरा बेदी, एक अभिनेत्री तथा आईसीसी वर्ल्ड कप की पहली महिला कमेंन्ट्रेटर्स और होस्ट्स में से एक हैं। डॉ कीर्ती भारती, एक भारतीय रीहेबिलिटेशन साइकोलोजिस्ट एवं बाल अधिकारों की कार्यकर्ता, जो लगातार बाल विवाह के खिलाफ़ काम करती रहीं।
’ साइकोट दास, मार्केटिंग डायरेक्टर- साउथ एशिया, मिडल ईस्ट एवं अफ्रीका, लीवॉयस स्ट्रॉस एण्ड कंपनी ने कहा कि
आई शेप माय वर्ल्ड एक ऐसा मंच है जिसके माध्यम से बहुत सी निडर और कभी न रुकने वाली महिलाओं ने अपनी प्रेरक कहानियों से लाखों अन्य महिलाओं को प्रेरित किया है।