देहरादून। भाजपा को उत्तराखंड में बहुमत मिला है। इस बार मिथक तोड़कर दोबारा भाजपा सरकार बनाएगी। अभी तक मिले आंकड़ों के मुताबिक भाजपा को 48, कांग्रेस को 18, बसपा व अन्य को दो सीट मिले। हालांकि इन सीटों में थोड़ा फेर बदल हो सकता है। राज्य गठन के बाद पांचवी विधानसभा में यह पहली बार ऐसा हुआ जब सत्ताधारी दल ने लगातार दूसरी बार जीत हासिल की है। एक दिलचस्प संयोग उत्तराखंड में यह रहा कि यहां शिक्षा मंत्री कभी चुनाव नहीं जीतता। इस बार शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने यह मिथक तोड़ा और तकरीबन पांच हजार से अधिक मतों से गदरपुर सीट पर जीत हासिल की। वहीं, गंगोत्री से सीट जीतने वाले विधायक के दल की सरकार बनने का मिथक बरकरार रहा। गंगोत्री से भाजपा के सुरेश चौहान ने जीत दर्ज की है। दून में भाजपा ने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में मिली जीत को एक बाहर फिर दोहराकर इतिहास रच दिया। वर्ष 2017 में जिस तरह से मोदी लहर में भाजपा ने जिले की दस में से नौ विधानसभा सीट पर जीत हासिल की थी, वही प्रदर्शन 2022 में भी कायम रहा। पिछले चुनाव की तरह इस बार भी कांग्रेस को प्रीतम सिंह की बदौलत महज एक सीट चकराता पर संतोष करना पड़ा।
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए किशोर उपाध्याय और निर्दलीय विधायक प्रीतम पंवार ने ऐन मौके पर भाजपा की स्थिति का सटीक आंकलन किया और भाजपा में शामिल होकर जीत दर्ज की। दोनों का राजनीतिक कौशल इसमें साफ नजर आया और दोनों ही शानदार जीत दर्ज करने में सफल रहे।