देहरादून। शीशमबाड़ा प्लांट के कूडे में लगी आग बुझने का नाम नहीं ले रही है। कूड़े के टॉप पर लगी आग पर अब भी नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। फायर ब्रिगेड के पास टॉप पर आग को बुझाने के लिए कोई संसाधन नहीं हैं। फायर ब्रिगेड के वाहनों के हॉज पाइप टॉप पर पानी पहुंचाने में छोटे पड़ गये। फायर ब्रिगेड ने टॉप में लगी आग को बुझाने के लिए टर्नेटेबुल लेडर मशीन मंगाई। लेकिन उसके पाइप भी 45 मीटर ऊंचे टापू पर लगी आग तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। टर्नेटेबुल लेडर के पाइप महज 35 मीटर ऊंचाई तक ही पहुंच पा रहे हैं। जिससे कबाड की पहाडी के टॉप की आग नहीं बुझ पा रही है। एफएसओ रमेश चंद्र गौतम का कहना है कि टॉप की आग वर्तमान में मौजूद संसाधनों से बुझाना मुश्किल है। आग बुझाने के लिए ड्रोन या हैलीकॉप्टर से पानी डालकर ही आग को बुझाया जा सकता है। वहीं कबाड के टॉप में लगी आग से निकल रहे धुएं से सेलाकुई सहित आसपास के क्षेत्र में प्रदूषण फैल रहा है। धुएं के कारण लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है।