फरीदाबाद। विश्व हीमोफीलिया दिवस के अवसर पर राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन आई टी तीन फरीदाबाद में जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड के सौजन्य से प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विद्यालय की जे आर सी एवम एस जे ए बी प्रभारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा और कार्यक्रम संयोजिका कॉर्डिनेटर पदोन्नत प्राध्यापिका अंशुल ने कहा कि इस दिवस को मनाने की शुरुआत 1989 में हुई। हीमोफीलिया रक्त से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है। हीमोफीलिया के रोगियों को यदि बाहरी या आंतरिक चोट लगती है तो उनका रक्त बहने लगता है और यह रुकता नहीं है। हीमोफीलिया में रक्त का थक्का जम नहीं पाता। इससे इस डिसऑर्डर के कारण पीड़ितों की स्थिति विशेष स्थिति में बहुत गंभीर हो जाती है। इससे उनका जीवन खतरे में पड़ जाता है। आज तक इस रक्त से जुड़े इस डिसऑर्डर को ठीक करने के लिए कोई स्थाई उपचार नहीं आ सका है। प्राचार्य मनचन्दा ने कहा कि यह बीमारी वंशानुगत होती है। इस आनुवंशिक विकार और अन्य जुड़े रक्तस्राव विकारों की समझ और जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व भर में प्रत्येक वर्ष 17 अप्रैल को विश्व हीमोफीलिया दिवस मनाया जाता है। बहुत से व्यक्ति जागरूकता फैलाने वाले अभियानों का आयोजन करते हैं और हीमोफीलिया बीमारी के बारे में सामान्य जनों को सूचित करने के लिए भिन्न भिन्न काम्पैग्न्स करते हैं। यहां तक कि विभिन्न स्वास्थ्य संगठनों के कर्मचारी इवेंट्स या काम्पैग्न्स में भाग लेते हैं। रेड क्रॉस के नेशनल सर्व मास्टर ट्रेनर प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि इस डिजीज के साथ मुख्य समस्या यह है कि हीमोफीलिया से पीड़ित लोगों को उचित उपचार नहीं मिल पाता है और कभी-कभी ठीक प्रकार से उपचार नहीं हो पाता है। इस में रक्त में एक प्रकार के प्रोटीन की कमी हो जाती है, जिसे क्लॉटिंग फैक्टर कहा जाता है। थ्रामबोप्लास्टिन नाम का यह पदार्थ रक्त के थक्के जमाने के लिए आवश्यक होता है। इसकी कमी से एक बार जब रक्त बहने लगता है, तो वह शीघ्र नहीं रुक पाता। इस बार विश्व हीमोफीलिया दिवस की थीम एडॉप्टिंग टू चेंज रखी गई है। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा, एक्टिविटीज कॉर्डिनेटर प्राध्यापिका जसनीत कौर और अंशुल व शीतल ने पोस्टर प्रतियोगिता के माध्यम से छात्राओं को सभी को हीमोफीलिया के प्रति जागरूक करने के लिए अभिनंदन करते हुए सम्मानित किया।