लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल की संस्थापिका-निदेशिका व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. भारती गाँधी को बालिका शिक्षा एवं महिला सशक्तीकरण की दिशा में अतुलनीय योगदान हेतु आज राष्ट्रीय महिला आयोग के तत्वावधान में पुणे की एम.आई.टी. वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी में आयोजित राज्य महिला आयोग अध्यक्षों के सम्मेलन में सम्मानित किया गया। महाराष्ट्र सरकार के डिपार्टमेन्ट ऑफ कॉमर्स की एडीशनल डी.जी.एफ.टी. श्रीमती मीता राजीव लोचन, आई.ए.एस. ने डा. भारती गाँधी को प्रशस्त पत्र व अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। इससे पहले, डा. गाँधी ने राष्ट्रीय महिला आयोग के तत्वावधान में आयोजित ‘लीडरशिप डेवलपमेन्ट प्रोग्राम फॉर चेरयपरसन्स ऑफ स्टेट कमीशन फॉर वोमेन’ सम्मेलन में बतौर मुख्य वक्ता अपने सारगर्भित विचार रखे। इस अवसर पर डा. गाँधी ने कहा कि महिला सुरक्षा व महिला सशक्तीकरण ही सामाजिक विकास का आधार है। महिलाएं समाज की वह कड़ी हैं जिन पर पूरा समाज टिका हुआ है। उन्होंने बालिकाओं की शिक्षा पर विशेष जोर देते हुए जनमानस का आह्वान किया कि शिक्षित बालिकाएं ही आगे चलकर विभिन्न क्षेत्रों में अपने उत्तरदायित्व को पूरा कर सकती हैं एवं कंधे से कंधा मिलाकर समाज को सशक्त नेतृत्व प्रदान कर सकती हैं।
इस प्रतिष्ठित सम्मेलन में सी.एम.एस. संस्थापिका डा. भारती गाँधी को सम्मानित किया जाना न सिर्फ सी.एम.एस. परिवार के लिए अपितु लखनऊ वासियों के लिए गर्व का विषय है। डा. गाँधी विगत 63 वर्षों से बालक/बालिकाओं के व्यक्तित्व विकास व सामाजिक उत्थान में सतत् संलग्न है। 63 वर्ष पूर्व महज 5 बच्चों से सिटी मोन्टेसरी स्कूल की शुरूआत करके आज आपके मार्गदर्शन में 58,000 छात्र उच्चकोटि की भौतिक शिक्षा के साथ ही मानवीय मूल्यों व चारित्रिक उत्कृष्टता की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं तथापि विश्व मानवता की सेवा एवं आदर्श विश्व व्यवस्था के अतुलनीय प्रयासों हेतु सी.एम.एस. को ‘यूनेस्को द्वारा शांति शिक्षा पुरस्कार’ से सम्मानित किया जा चुका है।