पंडित शिवकुमार शर्मा आज से स्थूल स्वरूप में हमारे बीच नहीं रहे । लेकिन आपका सुक्ष्म संतूरवादन हमेशा हमारे कानों में गूंजता रहेगा । शब्द की उच्चतम समझ, सुर की अद्भुत समझ एवं वाद्य की विश्वसनीयता इन तीनों का बड़ा संगम मैंने इस उच्च कोटि के संगीत साधक में देखा है । आपकी नखशीख शालीनता को मैं नमन करता हूं । पंडित जी के निर्वाण को मेरा प्रणाम । अंतःकरण से मेरी श्रद्धांजलि । आप के पूरे परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रेषित करता हूं ।