देहरादून: डेटॉल बनेगा स्वस्थ भारत की पोषण पहल के दो वर्षों के सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद, रीच ईच चाइल्ड प्रोग्राम ने समाज पर काफी सकारात्मक असर डाला है। इस योजना का लक्ष्य अमरावती और नंदुरबार जिलों में कुपोषण के कारण होने वाली बच्चों की मौत को शून्य पर लाना है और हजारों लोगों की जान बचाना है। लगातार किए जा रहे प्रयासों और जमीनी स्तर पर किए जा रहे कार्यों के माध्यम से, यह कार्यक्रम आज पांच साल से कम उम्र के हजारों बच्चों की मदद कर रहा है। इस काम में मदद के लिए कम्युनिटी न्यूट्रिशन वर्कर्स के नाम से फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं का एक कैडर तैयार किया है।
कुपोषण के खिलाफ अपनी लड़ाई में देश की मदद करने के उद्देश्य से, रेकिट और प्लान इंडिया मिलकर बेहतर पोषण में निवेश करते हुए भारत में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य मानकों में सुधार की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं। जमीन पर अपने निरंतर प्रयासों के साथ, यह कार्यक्रम प्रत्येक रुपये के निवेश पर 37 रुपये के सामाजिक मूल्य का उत्पादन करने में सक्षम है। 2021 में शुरू किया गया रीच ईच चाइल्ड पहल का तीसरा चरण, माँ और बच्चे के जीवन के पहले 1000 दिनों के दौरान मदद और देखभाल प्रदान करता है। रीच ईच चाइल्ड प्रोग्राम स्थानीय स्तर पर पहल के माध्यम से 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए पर्याप्त पोषण को प्राथमिकता देता है। इस पूरी प्रक्रिया में कम्युनिटी न्यूट्रिशन वर्कर सूचना और सेवाओं के प्रमुख आपूर्तिकर्ता हैं। कार्यक्रम ने पिछले दो वर्षों में अमरावती और नंदुरबार जिलों के परिवारों पर बड़ा प्रभाव डाला है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के अन्य पिछड़े जिलों में भी अपने प्रयासों को विस्तार देना है, जिससे नई माताओं को भी इसका लाभ मिल सके।
अपनी शुरुआत से लेकर अब तक के पूरे सफर में कार्यक्रम के मार्गदर्शक सिद्धांत पोषण के लिए एक जीवनचक्र दृष्टिकोण अपनाना; लिंग संवेदनशीलता और समावेशिता; सामुदायिक स्वामित्व और प्रारंभिक रोकथाम रहे हैं। इस पहल की शुरुआत -5 वर्ष से कम आयु के अविकसित बच्चों की संख्या को 40% तक कम करने और बहुक्षेत्रीय और बहु-आयामी दृष्टिकोण के साथ बच्चों के कुपोषण को <5% तक कम करने के लिए की गई है।
विश्व पोषण दिवस पर बोलते हुए, श्री रवि भटनागर, डायरेक्टर, एक्सटर्नल अफेयर्स एवं पार्टनरशिप, SOA, रेकिट,ने कहा, "रेकिट में हमारे उद्देश्य के केंद्र में अच्छा स्वास्थ्य और भलाई रहती है, और अपनी पहल के माध्यम से, हम सुरक्षा, उपचार और एक स्वच्छ एवं स्वस्थ दुनिया के लिए काम करते हैं। हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि नंदुरबार और अमरावती में 'रीच ईच चाइल्ड' कार्यक्रम के तहत हमारे पायलट प्रयास ने बच्चों में कुपोषण से होने वाली मौतों की शून्य स्थिति प्राप्त करने में मदद की है और अस्पताल में प्रसव चुनने वाली महिलाओं के अनुपात में 26 प्रतिशत तक की वृद्धि की है। रीच ईच चाइल्ड के साथ हमारा उद्देश्य 2024तक 1करोड़ नई माताओं के जीवन में बदलाव लाना है।”
साझेदारी के संबंध में बात करते हुए प्लान इंडिया के कार्यकारी निदेशक श्री मो.आसिफ ने कहा, "रीच ईच चाइल्ड प्रोग्राम के लिए रेकिट के साथ हमारी साझेदारी ने हमें लोगों के जीवन में, विशेष रूप से बच्चों और माताओं के जीवन में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाने में मदद की है। प्लान इंडिया में, हम सभी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनकर बेहद गौरवान्वित और प्रसन्न हैं। विश्व पोषण दिवस के अवसर पर हम माताओं और बच्चों का ख्याल रखने वालों के ज्ञान, कौशल और आत्मविश्वास को बढ़ाने पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। जिससे वे अभिनव व्यवहार परिवर्तन संचार और सामुदायिक गतिविधियों के माध्यम से स्वस्थ गर्भधारण और बच्चे की अच्छी सेहत का ख्याल रख सकें।"