दो हजार रूपये की लागत से हुआ सात साल से लटका हुआ सौंदर्यकरण
एसकेएम न्यूज सर्विस
देहरादून। सरकारी विभाग में यदि होना हो तो करोडो के काम पल भर में हो जाते हैं और यदि किसी काम को लटकाना हो तो हजार रूपये का काम भी सालो साल नही होता। कुछ ऐसा ही देखने को मिला वीर सावरकर चौक के सौंदर्यकरण कार्य में। यह कार्य नगर निगम के माध्यम से होना था लेकिन सात साल से कार्य को लटकाया जा रहा था। नगर निगम की कार्यशैली को देख कर वीर सावरकर संगठन ने अपने स्तर पर सौंदर्यकरण का कार्य कराने की ठानी और मात्र 2,209 रूपये के खर्चे पर यह कार्य सम्पन्न भी हो गया।
वीर सावरकर संगठन के संस्थापक अध्यक्ष कुलदीप स्वेडिया ने जानकारी देते हुए बताया कि राजधानी देहरादून के वीर सावरकर चौक का सौंदर्यकरण पिछले सात साल से लंबित पडा हुआ था जिसके लिए वह अपने स्तर पर लगातार नगर निगम से प्रयास कर रहे थे कि चौक का सौंदर्यकरण हो जाए लेकिन सात साल में नगर निगम को इस चौक का सौंदर्यकरण करने की सुध नही आयी। लगातार नगर निगम से पत्राचार किया जाता रहा लेकिन मामला ठंडे बस्ते में पडा रहा। अभी एक माह पूर्व मुख्य नगर अधिकारी को वीर सावरकर संगठन ने चौक के सौंदर्यकरण की मांग को लेकर ज्ञापन भी दिया था लेकिन ज्ञापन पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुयी जिसे देखते हुए संगठन से जुडे कार्यकर्ताओ ने वीर सावरकर चौक के सौंदर्यकरण का कार्य स्वयं कराने का निर्णय लिया और आज मात्र 2,209 रूपये के खर्चे से सौंदर्यकरण का कार्य करा दिया गया। जबकि नगर निगम के अधिकारी इसी कार्य को कराने के लिए लंबी चौड़ी योजना बता रहे थे। उन्होने कहा कि मात्र 2,209 रूपये के जिस खर्चे से यह सौंदर्यकरण हुआ है वह भी संगठन ने अपने स्तर पर किया। सरकारी विभाग छोटे-छोटे कार्य को कैसे लटकाता है यह आज देखने को मिला है।