पुलिस उपमहानिरीक्षक ने दिये घटना की उच्च स्तरीय जांच के निर्देश
एस के एम न्यूज़ सर्विस/संदीप गोयल
देहरादून। देहरादून के विकासनगर में गुरुवार शाम दर्दनाक हादसा हो गया। त्यूनी पुल के पास एक बहुमंजिला घर में भीषण आग लग गई। इस दौरान हादसे में चार बच्चों की जिंदा जलकर मौत हो गई। जबकि कई लोग झुलस गए। टोंस नदी के पुल के पास सूरत राम जोशी का घर है। वे शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। मकान में मकान मालिक समेत छह परिवार रहते थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आग लगने से घर में मौजूद एलपीजी सिलिंडर फटते रहे। आग लगने की घटना के दौरान एक के बाद एक चार धमाकों की आवाज सुनाई दी। लेकिन जब तक आग पर काबू पाया गया तब तक घर में फंसी सोनम(9), रिद्धि(10), मिष्टी(5) और सेजल( ढाई वर्ष) की मौत हो चुकी थी। वहीं, लोगों का आरोप है कि आग लगने की घटना में सबसे बड़ी कमी फायर ब्रिगेड की कार्यप्रणाली में दिखाई दी। आग लगने वाले स्थान से लगभग 150 मीटर दूर अग्निशमन वाहन मौजूद था, जो सूचना मिलने के ठीक बीस मिनट में मौके पर पहुंच गया। जैसे ही वाहन से मकान पर पानी डालने की कार्रवाई शुरू की गई वाहन में पानी खत्म हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि तब तक मकान के सिर्फ एक कमरे में आग लगी थी। उनका दावा है कि यदि वाहन में पानी का पर्याप्त इंतजाम होता तो आग को तुरंत बुझा लिया जाता। उधर, मकान के निचले हिस्से में एक राशन का गोदाम, एक फर्नीचर की दुकान व एक सिलाई की दुकान थी। आग लगने की घटना में गोदाम व दोनों दुकानें और उनमें रखा सारा सामान भी जलकर राख हो गया।
वही दूसरी ओर पुलिस अधीक्षक देहरादून ने कहा की आज त्यूणी क्षेत्रान्तर्गत एक 04 मंजिल मकान में गैस सिलेंडर फटने के कारण आग लगने की सूचना थाना त्यूणी को प्राप्त हुई। सूचना पर थाना त्यूणी, मोरी तथा हिमांचल प्रदेश से पुलिस बल तथा त्यूणी व मोरी फायर स्टेशन से दमकल के वाहन मौके पर पहुँचे। चूंकि उक्त मकान लकड़ी का बना हुआ था, जिसमें गैस सिलेंडर फटने के कारण दमकल के वाहनों के पहुंचने तक आग द्वारा वीभत्स रूप धारण कर लिया गया था। उक्त आग को मौके पर पहुंचे दमकल के वाहनों द्वारा अपने वाहनों की निर्धारित जल क्षमता के अनुसार आग को बुझाने का भरकस प्रयास करते हुए बमुश्किल आग पर काबू पाया गया। भवन में अत्यधिक धुवा होने के कारण राहत व बचाव कार्य में मुश्किल आ रही है, मौके पर राहत एवं बचाव कार्य फायर सर्विस, एसडीआरएफ व पुलिस द्वारा लगातार जारी है। उक्त घटना की उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। यदि उक्त घटना में फायर यूनिट की ओर से किसी प्रकार की कोई देरी अथवा लापरवाही प्रकाश में आती है तो संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। जनता से अपील की जाती है कि मौके पर शांति व्यवस्था बनाए रखें व पुलिस प्रशासन का राहत व बचाव कार्य में सहयोग करे।