डोईवाला. खैरी गांव में चल रही श्रीमद्भागवत के दूसरे दिन कथा व्यास आदित्यानंद महाराज ने कहा कि मनुष्य से गलती हो जाना बड़ी बात नहीं है लेकिन ऐसा होने पर समय रहते सुधार और प्रायश्चित जरूरी है ऐसा नहीं हुआ तो गलती पाप की श्रेणी में आ जाती है कथा व्यास ने पांडव के जीवन में होने वाली श्री कृष्ण की कृपा को बड़ा ही सुंदर ढंग से दर्शाया कहां कि परीक्षित कलयुग के प्रभाव के कारण ऋषि से श्रापित हो जाते हैं, उसी के पश्चाताप में वह सुखदेव जी के पास जाते हैं भक्ति कैसा उत्तम निवेश है जो जीवन में परेशानियों का उत्तम समाधान देती है साथ ही जीवन के बाद मोक्ष सुनिश्चित करती है कथा व्यास ने कहा कि परमात्मा दिखाई नहीं देता है वह हर किसी में बसता है कथा श्रावण कराने वालों में मंजू देवी सोनी देवी कमलेश देवी जसपाल सिंह पूनम त्यागी सुमित्रा देवी मीनू शुक्ला उषा देवी श्यामा देवी रीता देवी पंडित प्रमोद कोठारी कमलेश कौर आदि श्रद्धालु उपस्थित रहे