देहरादून: भारत और विदेशों में संचालित शिक्षा, एडटेक, कौशल विकास, क्षमता निर्माण, निर्यात, आतिथ्य, खाद्य व पेय, मॉल, रियल एस्टेट, डिजाइन व निर्माण, निवास व वाणिज्यिक स्थानों सहित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता, विश्वसनीयता और विशेषज्ञता के प्रतीक ऐमबीडी ग्रुप ने हाल ही में अपना 78वाँ संस्थापक दिवस उमंग और उत्साह के साथ मनाया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर एमबीडी के दूरदर्शी संस्थापक ‘श्री अशोक कुमार मल्होत्रा’ की उत्कृष्ट विरासत का सम्मान किया गया| यह आयोजन लोगों को सशक्त बनाने की दिशा में उनके उल्लेखनीय योगदान, अथक प्रतिबद्धता और परिवर्तनकारी विचारों के लिए एक हार्दिक श्रद्धांजलि है| इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्षेत्रों के कर्मचारियों को उनके अमूल्य योगदान के लिए सम्मानित किया गया और उनके अटूट समर्पण को ऐमबीडी की सफलता की रीढ़ के रूप में स्वीकार किया गया। इसके अलावा, कर्मचारी विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के प्रमाण के रूप में ऐमबीडी ग्रुप चयनित व्यक्तियों को उनकी शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति प्रदान करके उनकी सहायता करता है। इस दीर्घकालिक परंपरा को हर साल बरकरार रखा जाता है, जो ऐमबीडी समूह के अपने कर्मचारियों के पेशेवर और व्यक्तिगत विकास के प्रति दृढ़ समर्पण को दर्शाता है।इस अवसर पर ऐमबीडी ग्रुप के सीएसआर विभाग, ‘अशोक कुमार मल्होत्रा’ चैरिटेबल ट्रस्ट ने भी अपनी ‘लव टू लर्न’ की पहल की। इस पहल के माध्यम से ऐमबीडी ग्रुप का लक्ष्य प्रौद्योगिकी को शामिल करके पारंपरिक कक्षाओं में क्रांति लाना है, जो शिक्षार्थियों के लिए अनंत संभावनाओं के द्वार खोलेगा। इस पहल की शुरुआत दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में स्थित कई स्कूलों से की गई है। इस पहल से लगभग 25,000 विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। 78वें संस्थापक दिवस पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, ऐमबीडी ग्रुप की चेयरपर्सन श्रीमती सतीश बाला मल्होत्रा ने कहा, “हम ऐमबीडियन हर साल ‘श्री अशोक कुमार मल्होत्रा’ द्वारा स्थापित स्थाई मूल्यों और विश्वास प्रणाली का सम्मान करने के लिए संस्थापक दिवस पर इकट्ठा होते हैं| यह गौरवपूर्ण भावना मेरे दिल को खुशी से भर देती है कि हम अपने संस्थापक द्वारा स्थापित दर्शन और मूल्यों को कायम रख रहे हैं।
ऐमबीडी ग्रुप की प्रबंध निदेशिका मोनिका मल्होत्रा कंधारी ने कहा, “संस्थापक दिवस के अवसर पर मैं ‘लव टू लर्न’ पहल को सफलतापूर्वक शुरू करने के लिए आप सभी को बधाई देना चाहती हूँ। हमारा लक्ष्य शैक्षिक अंतर को कम करने के लिए सभी विद्यार्थियों को एक समान अवसर प्रदान करना है।ऐमबीडी ग्रुप की संयुक्त प्रबंध निदेशिका सोनिका मल्होत्रा कंधारी ने कहा, “हमारे संस्थापक हमेशा शिक्षा में अच्छे बदलाव लाने और समाज में सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए प्रतिबद्ध थे। पारंपरिक कक्षाओं को डिजिटल कक्षाओं में अपग्रेड करके हम विद्यार्थियों के सीखने और शोध करने के लिए संसाधनों से परिपूर्ण एक आकर्षक स्थान बनाते हैं। यह पहल पूरे भारत में विद्यार्थियों की बढ़ती संख्या को लाभ पहुँचाने के इरादे से लगातार चलने वाला प्रयास होगा।”
ऐमबीडी को बजट प्राइवेट स्कूल्स में पारंपरिक कक्षाओं को डिजिटल कक्षाओं में बदलने के मिशन में नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल्स एलायंस (NISA) के साथ अपने गठबंधन पर बहुत गर्व है। इस गठबंधन के साथ, ऐमबीडी देश भर में स्कूलों को मज़बूत करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है, क्योंकि हमारा मानना है कि विद्यार्थियों को डिजिटल युग में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक संसाधन देना आवश्यक है।
NISA के अध्यक्ष डॉ० कुलभूषण शर्मा ने कहा, “कक्षाओं को स्मार्ट कक्षाओं में बदलने का एमबीडी का निर्णय काफ़ी सराहनीय है। एक पैनल की चर्चा के दौरान जहाँ श्रीमती मोनिका मल्होत्रा कंधारी भी मौजूद थीं, मैंने पूछा कि क्या बजट प्राइवेट स्कूल्स के लिए कभी कोई CSR पहल होगी। मुझे आश्चर्य हुआ कि ऐमबीडी ने न केवल मेरे प्रश्न को गंभीरता से लिया, बल्कि कार्रवाई भी की। कक्षाएँ अब डिजिटल हो रही हैं और विद्यार्थी नई तकनीकों से जुड़ रहे हैं। उनकी वास्तविक देखभाल और प्रतिबद्धता को देखना अविश्वसनीय है।”