फरीदाबाद. राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सराय ख्वाजा फरीदाबाद की सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड, जूनियर रेडक्रॉस और गाइडस ने मिलकर प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में विश्व ओजोन दिवस पर ओजोन परत संरक्षण के लिए प्रेरणा कार्यक्रम आयोजित किया। जूनियर रेडक्रॉस काउन्सलर और प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि 16 सितंबर को विश्व ओजोन दिवस मनाया जाता है। यह ओजोन परत के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाने और इसे संरक्षित करने के संभावित समाधानों की खोज करने के लिए मनाया जाता है। उन्होनें कहा कि ओजोन ऑक्सीजन के तीन परमाणुओं से मिलकर बनने वाली गैस है, जो वायुमंडल में बहुत कम मात्रा में पाई जाती है। बिना ओजोन परत के जीवन संभव नहीं है। ओजोन परत सूर्य से निकलने वाली हानिकारक अल्ट्रा वायलेट किरणों से पृथ्वी को बचाती हैं। सूर्य से निकलने वाली ये किरणें कई त्वचा रोगों का कारण बन सकती हैं। ब्रिगेड अधिकारी और प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि ओजोन पृथ्वी पर हमारे जीवन के लिए महत्वपूर्ण है और हमें अपनी भावी पीढ़ियों के लिए भी ओजोन परत की रक्षा करना जारी रखना चाहिए। पर्यावरण संरक्षण में जुटे प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि ओजोन परत, ओजोन अणुओं की एक परत है जो 10 से 50 किलोमीटर के बीच के वायुमंडल में पाई जाती है। ओजोन परत पृथ्वी को सूर्य की हानिकारक अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाने का कार्य करती है। ओजोन फॉर लाइफ अर्थात धरती पर जीवन के लिए इसका होना आवश्यक है ओजोन परत के बिना जीवन संकट में पड़ सकता है क्योंकि अल्ट्रा वायलेट किरणें यदि सीधे धरती पर पहुंच जाए तो ये मनुष्य, पेड़, पौधों और जानवरों के लिए भी बहुत ही खतरनाक हो सकती हैं। ऐसे में ओजोन परत का संरक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष वर्ल्ड ओजोन डे की थीम है मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल ओजोन परत को ठीक करना और जलवायु परिवर्तन को कम करना। पृथ्वी पर ओजोन परत के महत्व और पर्यावरण पर पड़ने वाले उसके प्रभाव के बारे में जानकारी के लिए विश्व ओजोन दिवस मनाया जाता है इस थीम के द्वारा सभी को यह बताना है कि ओजोन पृथ्वी पर हमारे जीवन के लिए महत्वपूर्ण है और हमें अपनी भावी पीढ़ियों के लिए भी ओजोन परत की रक्षा करनी चाहिए। आज ओजोन दिवस पर जूनियर रेडक्रॉस और ब्रिगेड तथा गाइड सदस्यों प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा, अध्यापिका गीता, धर्मपाल शास्त्री, ललित सहित सभी अध्यापकों ने ओजोन परत संरक्षण का संदेश दिया और छात्र, छात्राओं सहित सभी को ओजोन संरक्षण के लिए कार्य करने की प्रेरणा दी।
