डोईवाला. कैबिनेट की बैठक के बाद भी उत्तराखण्ड राज्य सरकार द्वारा गन्ना मूल्य घोषित न किये जाने से नाराज अखिल भारतीय किसान सभा सहित संयुक्त किसान मोर्चे नें दी आंदोलन की चेतावनी।
अखिल भारतीय किसान सभा जिलाध्यक्ष दलजीत सिंह व संयुक्त किसान मोर्चे के संयोजक ताजेंद्र सिंह, किसान सभा मण्डल अध्यक्ष बलबीर सिंह नें प्रेस रिलीज कर कहा कि राज्य सरकार द्वारा बुलाई गयी कैबिनेट की बैठक मे कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पास किये परन्तु प्रदेश के किसानों के हित मे गन्ने का मूल्य घोषित न करना सरकार की किसान विरोधी मंशा पर सवालिया निशान खड़ा करता है। उन्होंने कहा कि मिल के नये पैराई सत्र क़ो शुरू हुए लगभग 15 दिन बीत चुके और प्रदेश का किसान सरकार द्वारा गन्ना मूल्य की घोषणा किये जाने की इंतज़ार कर रहा परंतु अफसोस कि राज्य सरकार की कैबिनेट की बैठक के बावजूद सरकार ने नये गन्ना मूल्य की घोषणा नहीं की जबकि गन्ना मिल चलने के बाद अब किसान गन्ना मूल्य भुगतान की इंतजार कर रहा है और किसानों को नहीं मालूम कि गन्ना मिल, किसानों को किस रेट से गन्ना मूल्य भुगतान करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार मिल उद्घाटन के समय किसानों से लोक लुभावन के झूठे वादे करती है और बाद में उन पर खरा नहीं उतरती। ऐसे में किसानों के पास सिर्फ आंदोलन के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि सरकार किसानों क़ो 500/=₹ प्रति कुंतल की दर से गन्ना मूल्य दिये जाने की तुरन्त घोषणा करें अन्यथा किसानो क़ो आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा ।