लखनऊ, 10 जुलाई। अपने ही छात्रों द्वारा सम्मान मिले तो उस सम्मान के साथ जो सुखद अहसास होता है, वह अकथनीय होता है। ऐसे में गर्व होता है अपने छात्रों व उनकी प्रगति पर। आज ऐसा ही अहसास किया सिटी मोन्टेसरी स्कूल के संस्थापक एवं प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी व डा. भारती गाँधी ने, जब सी.एम.एस. एल्युमनाई एसोसिएशन ने होटल क्लार्क अवध में आयोजित एक भव्य सम्मान समारोह में गाँधी दम्पत्ति को ‘लाइफटाइम एचीचमेन्ट अवार्ड’ से सम्मानित किया। सी.एम.एस. के पूर्व छात्रों की ओर से प्रदेश के कानून एवं न्यायमंत्री श्री बृजेश पाठक ने डा. जगदीश गाँधी व डा. भारती को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर श्री अनीस अंसारी, आई.ए.एस., पूर्व चीफ सेक्रेटरी, उ.प्र., श्री दुर्गेश उपाध्याय, मीडिया एडवाइजर, यू.पी.ई.आई.डी.ए., श्रीमती किरन बाला चैधरी, आर.टी.आई. कमिश्नर, ले. कर्नल प्रशांत कुमार सिंह, ए.डी.आर.एम., डा. सौभाग्य वर्धन, सी.एम.डी., ओइकोश्रीम, श्री अभिषेक कुमार पाठक, आई.पी.एस., डी.आई.जी, एस.एस.बी. लखनऊ, प्रो. गीता गाँधी किंगडन, प्रेसीडेन्ट एवं एम.डी., सी.एम.एस., श्री रोशन गाँधी, चीफ एक्जीक्यूटिव आॅफीसर, सी.एम.एस. सुश्री सुष्मिता बासु, हेड, क्वालिटी अश्योरेन्स एवं इनोवेशन डिपार्टमेन्ट, सी.एम.एस. समेत कई गणमान्य हस्तियों ने समारोह की गरिमा को बढ़ाया।
इस अवसर पर सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी ने सम्मान हेतु आभार प्रकट करते हुए कहा कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल ने आज विश्व मानचित्र पर जो स्थान बनाया है, वह संस्था की कर्तव्यनिष्ठ प्रधानाचार्याओं, शिक्षकों एवं कार्यकर्ताओं की बदौलत ही संभव हो सका है, जिनके द्वारा पढ़ाये गये छात्र आज विश्व में कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं।
सी.एम.एस. के मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी व डा. भारती गाँधी के मार्गदर्शन में पढ़े छात्र आज विश्व मानवता के अग्रदूत बन चुके हैं। सी.एम.एस. की शिक्षा पद्धति का मूलमंत्र यही है कि भावी पीढ़ी को सम्पूर्ण मानव जाति की सेवा के लिए तैयार किया जा सके, यही कारण है यह विद्यालय अपने छात्रों को सर्वोत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करने के साथ ही सर्वधर्म समभाव, विश्व मानवता की सेवा, विश्व बन्धुत्व व विश्व एकता की शिक्षा भी प्रदान करता है। सी.एम.एस. एल्युमनाई एसोसिएशन के प्रेसीडेन्ट एवं इण्टरनेशनल रिलेशन्स के हेड श्री शिशिर श्रीवास्तव ने बताया कि सम्मान समारोह में डा. गाँधी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर एक फिल्म का प्रदर्शन किया गया, जिसमें शिक्षा के क्षेत्र में डा. गाँधी के 63 वर्षीय योगदान पर प्रकाश डाला गया।