देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप ने कहा है कि करणपुर गोलीकांड में मारे गए नैनीडांडा विकास खंड के परसोली गांव के युवक राजेश रावत और देहरादून के नौजवान दीपक वालिया जो राज्य आंदोलन में शहीद हुए थे ,उन दोनों के हत्यारों को सजा मिलनी ही चाहिए ।इन दोनों आंदोलनकारियों का स्मरण करते हुए धीरेंद्र प्रताप ने आज कहा कि देश की लचर कानून व्यवस्था ने ऐसी स्थिति पैदा कर दी है कि हत्यारों के सामने दिखाई देने, के बाद भी कानून उन्हें सजा नहीं दे पा रहा है। धीरेंद्र प्रताप ने कहा इस का कारण यही है कि “कानून अंधा है “और जब तक ठीक गवाही नहीं मिलती किसी को भी सजा नहीं मिल पाती ।
उन्होंने कहा फिर भी राज्य आंदोलनकारी उत्तराखंड में और दिल्ली तक मैं हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा दे रहे हैं और उन्हें उम्मीद है कि देर से ही सही एक दिन सबको न्याय मिलेगा उन्होंने कहा कि भारत की मान्यता रही है “सत्यमेव जयते” और अंततः सत्य की ही जीत होगी।
इस मौके पर चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के अध्यक्ष हरि कृष्ण भट्ट, कार्यकारी अध्यक्ष डॉ विजेंद्र पोखरियाल, पूर्व राज्य मंत्री सरिता नेगी, ,अनिल जोशी, केंद्रीय अभियान समिति के अध्यक्ष अवतार सिंह, बेस्ट समिति के मुख्य प्रवक्ता एडवोकेट भूपेंद्र सिंह लिंगवाल, महिला प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्रीमती सावित्री नेगी, केंद्रीय संयोजक मनीष नागपाल ने भी दिवंगत आंदोलनकारियों की हत्या के दोषियों को तत्काल सजा दिलाए जाने की मांग करते हुए शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।