देहरादून। प्रदेश महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ऋषिकेश लखीमपुर खीरी हत्याकाड़ पर उनकी चुप्पी को लेकर ज्ञापन देने जा रही थी मगर उनको जोगीवाला के समीप पुलिस चौकी के सामने से सड़क से गिरफ्तार किया गया। आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने आरोप लगाया कि दो दिन से पुलिस उनके घर पर दबिश दे रही थी, उत्तराखण्ड़ की इस बेटी से क्यों डरते है जब भी देवभूमि आते है तो मेरे घर पुलिस की दबिश हो जाती है। पुलिस उनको गिरफ्तार कर पुलिस व्रज वाहन से पुलिस लाईन लाया गया जहॉ उनको प्रधानमंत्री के जौलीग्रांट एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद रिहा किया गया। अपने ज्ञापन में उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री जी देव भूमि पधार रहे है आपका स्वागत है, किन्तु लखीमपुर खीरी में किसानों की निर्मम हत्याकाण्ड़ पर आपकी आश्चर्यजनक चुप्पी पर हम सबको बहुत मानसिक आघात लगा है, क्योंकि आप सोशल मीडिया में छोटी छोटी बातों पर तुरंत टवीट करते है परन्तु आपके प्रधानमंतत्रीत्तव काल में कठुआ, उन्नाव तथा देश के कई क्षेत्रों में महिलाओं के बलात्कार व हत्याकाड़ पर आपकी चुप्पी से कई सवाल पैदा हो रहे है। उन्होने कहा कि आपके एक गृहमंत्री पर बलात्कार में लिप्त होने का व दूसरे गृह राज्यमंत्री व उनके पुत्र पर किसानों की हत्या अपनी जीप से करते हुए सबने देखा है। उपरोक्त घटनाओ पर भी आपका चुप रहना दुखद एंव दुभार्ग्यपूर्ण है। उन्होने यह भी कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी व कांग्रेस नेताओं के विरुद्ध दर्ज किये गये झूटे मुकदमें वापस लिये जाने चाहियें। उन्होने कहा कि श्रीमती प्रिंयका गांधी को अवैध हिरासत में 27 घण्टे तक रखा है। लगता है लोकतंत्र को समाप्त करने की तैयारी सरकार ने कर ली है। उनके ज्ञापन को तहसीलदार ने स्वीकार किया। गिरफ्तारी देने वालों में सुशीला देवी पूर्व प्रधान जोगीवाला, रुबी चौधरी, कुलदीप प्रसाद डोबरियाल, शोभी भाई, ब्रिज पाल आदि शामिल थे।