अंत्योदय के प्रणेता पं०दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर राष्ट्र को आत्मांकलन की आवश्यकता

उत्तराखंड गढ़वाल समाचार

देहरादून। भारत में समूचे मानव के कल्याण के चिंतक अंत्योदय के प्रणेता पं० दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि दि०११फरवरी के अवसर पर सभी अनुयायियों एवं हम सभी को आत्म चिंतन करना होगा कि प०दीनदयाल जी प्रदत्त अन्त्योदय एवं सर्वमानव कल्याण के कार्यों में हम कितना चल पाये है। पं०दीनदयाल उपाध्याय जी की ५४वी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सभी से प्रार्थना है कि वर्तमान में अति प्रासंगिक पं०दीनदयाल उपाध्याय जी का अंत्योदय जीवन दर्शन के अनुसार और अधिक व्यापक सोच के साथ देश के सभी अतिपिछड़ों सहित सभी सर्वांगीण विकास की ओर सुनिश्चित कदम बढ़ाकर भारत माता की सच्ची सेवा करें, क्योंकि पं० दीनदयाल उपाध्याय जीन भारत देश को जमीन का टुकड़ा नहीं मानकर भारत माता ही मानते थे,यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

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