देहरादून। धुमाकोट बस हादसा जिसकी आज चौथी पुण्यतिथि है वर्षों तक हमारी स्मृतियों स्मृतियों को छाप छोड़ता झकझोरता रहेगा। यह इतिहास का एक दुखद दिन था ।जिसने हमारे अनेको भाइयों को लील
दिया। उत्तराखंड के परिवहन व्यवस्था को बड़े पैमाने पर ठीक किए जाने की नितांत आवश्यकता है । वर्षों बाद भी हम इसमें सुधार नहीं कर सके हैं और ना ही दिवंगत परिवारों को उचित मुआवजा दिला सके हैं। मेरी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग कि वे 1 जुलाई 2018 को घटित इस दुखद घटना के दिवंगतों के परिवारों को उचित मुआवजा दिलवाए और उत्तराखंड में इस प्रकार की दुखद घटनाओं को रोकने के लिए बेहतर सड़कों का निर्माण और परिवहन प्रणाली में बसों के संचालन प्रणाली में आमूलचूल परिवर्तन कर उचित देखरेख की तत्काल व्यवस्था करें।इस घटना में दिवंगत तमाम लोगो के परिवारों को मेरी अश्रुपूरित विनम्र श्रद्धांजलि और घायल हुए लोगों के उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं ।