Dehradun. आप पार्टी के प्रदेश समन्वयक जोत सिंह बिष्ट ने कहा आज विधानसभा अध्यक्ष माननीय रितु खंडूरी जी की तरफ से जिस कमेटी को गठित किया गया है उसे सिटिंग जज की अध्यक्षता में बनाया जाता तो जांच पारदर्शिता से हो सकती है क्योंकि सरकार की मनसा साफ नहीं है इसलिए 1 महीने का समय देकर इसमें लीपापोती करने का अंदेशा है क्यों ना सरकार सबसे पहले अपने भारी-भरकम कैबिनेट मंत्रियों को बर्खास्त करें ताकि इस जांच को प्रभावित न किया जा सके नितांत आवश्यक है जोत सिंह बिष्ट ने कहा यू के एस एस एस सी प्रकरण से ध्यान भटकाने के लिए सरकार ने विधान सभा सचिवालय में हुई भर्तियों की ओर लोगों का ध्यान भटकाने का काम किया जीरो टॉलरेंस की सरकार बताने वाली आकंठ तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है! सरकार का पर्दाफाश हो चुका है.
प्रदेश प्रवक्ता कमलेश रमन ने कहा अगर कांग्रेस पूर्व तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष कुंजवाल एवं अन्य पूर्व मंत्री विधायक जिनके द्वारा अपने रिश्तेदारों को लगाने का प्रपंच रचा गया कांग्रेस से निष्कासित करें और बीजेपी सरकार अपने कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे जिन्होंने बिहार से अपने रिश्तेदार लाकर उत्तराखंड विधान सभा सचिवालय में लगाए ऐसे भ्रष्ट नेताओं को बर्खास्त करने का काम करें तो लगे कि सरकार की मंशा साफ है पर क्योंकि अपने चहेतों को बचाने में लगी सरकार बेरोजगारों की भावनाओं से खेल रही है अपने साथियों को बचाने का खेल बीजेपी और कांग्रेस प्रदेश के अंदर बहुत बड़ा स्वांग रच रहे हैं दोनों ही पार्टियां अपने आपको इमानदार बताकर एक दूसरे के पाले में गेंद फेंक रहे हैं हैं
उदाहरण पेश करें सरकार जिस तरह से पंजाब के अंदर आप पार्टी के स्वास्थ्य मंत्री भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर माननीय अरविंद केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत मान ने जेल में डालने का काम किया वहीं नजीर अगर उत्तराखंड की सरकार पेश करें तो शायद इस प्रदेश के युवा बेरोजगारों को राहत मिल सकेगी ऐसे भ्रष्ट लोगों को जेल की सलाखों के पीछे होना चाहिए इस प्रदेश का युवा बेरोजगार पूछ रहा है इस सरकार से न्याय कब मिलेगा.