देहरादून। उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर श्री धोलेश्वर महादेव मंदिर ग्राम धोलास, दून योग पीठ शाखा हाथीबडकला, दून योग पीठ गढ़ी कैंट में आयोजित पांच दिवसीय निःशुल्क योग शिविर उत्तराखंड को योग और वैलनेस का एक बड़ा हब बनाने के शुभ संकल्प के साथ पूर्ण हुआ। लोगों को योगिक जोगिंग, ताड़ासन, वृक्षासन, वज्रासन, भुजंगासन, शलभासन, धनुरासन के साथ साथ प्राणायाम का अभ्यास कराया गया, दून योग पीठ के संस्थापक आध्यात्मिक गुरु आचार्य बिपिन जोशी ने कहा आज मनुष्य कमाना तो सीख गया है किंतु जीना भूलता जा रहा है, उन्होंने योग को जीवन की राह बताया और कहा उपभोक्तावाद और बाजारवाद के इस दौर में यदि नियमित रूप से योगाभ्यास किया जाए तो मनुष्य आदर्श जीवन जीने के साथ-साथ लाखों रुपए जो चिकित्सा इलाज में लगता है उसको बचा सकता है, उन्होंने कहा देवभूमि उत्तराखंड स्वास्थ्य के लिए बहुत अनुकूल जगह है यदि यहां के गांव को योग और आयुर्वेद के नाम के रूप में विकसित किया जाए जहां एक और बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा यहां की आर्थिकी सुधरेगी और स्वास्थ्य शिक्षा और रोजगार का ढांचा मजबूत होगा वही संपूर्ण विश्व को स्वास्थ्य लाभ मिलेगा, इन शिविरों में योग शिक्षक विनय कुमार, योगाचार्य गीता परिहार, योगाचार्य सोनी रावत, योग शिक्षिका राधा गेडा, लीला बिष्ट, राधा बिष्ट, लक्ष्मी बिष्ट, आभा शर्मा, जगत लाल वर्मा, हेमा वर्मा, योग शिक्षिका संगीता वर्मा आदि का विशेष सहयोग रहा।
