एसकेएम न्यूज़ सर्विस/ मेघा गोयल
देहरादून। देहरादून। गाँधी पार्क मे पुलीसिया बर्बरता के खिलाफ आंदोलन कर रहे युवाओं पर बेवजह लाठीचार्ज की एडीआर उत्तराखंड इलेक्शन वॉच के प्रदेश समन्वयक “सैनिक शिरोमणि” मनोज ध्यानी, समाज सेविका प्रमिला रावत, किसान नेता भोपाल चौधरी, जबरसिंह पावेल ने कड़े शब्दों मे निंदा की है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से बेवजह लाठीचार्ज करके युवाओं को उकसाया गया उसने उत्तराखंड आंदोलन मे मुलायम सिँह कार्यकाल की याद दिला दी। उत्तराखंड राज्य आंदोलन के प्रमुख कर्णधार रहें “सैनिक शिरोमणि” मनोज ध्यानी एवं प्रमिला रावत पुलिस लाठीचार्ज और पथराव के दौरान बीच बचाव करते हुए घायल हो गए। दोनों राज्य आंदोलनकारियों ने दून मेडिकल कॉलेज पहुंचकर मेडिकल करवाया और प्राथमिक उपचार किया गया। इस अवसर पर उन्होंने सरकार द्वारा पुलिस बल पर बेरोजगार युवाओं के लोकतान्त्रिक आंदोलन को कुचलने का आरोप भी लगाया। उन्होंने पुछा कि क्या नकल मुक्त परीक्षा की मांग करना अपराध है?