संजय अग्रवाल
डोईवाला। संयुक्त किसान मोर्चे द्वारा सरकार की टाऊनशिप योजना के विरोध मे सरदार रणजीत सिंह की अध्यक्षता मे लगातार 18 वें चल रहा धरना अपने जोशो खरोश के साथ सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलित है। धरने का संचालन संयुक्त रूप से उमेद बोरा और ज़ाहिद अंजुम नें किया।
आज धरने क़ो सम्बोधित करते हुए संयुक्त किसान मोर्चे के संयोजक ताजेन्द्र सिंह नें कहा कि सरकार लगातार किसानों और मजदूरों के उत्पीड़न मे लगी हुई है जिससे वह किसानों के विरोध मे फैसले लें रही है जिसका जीता जागता उदाहरण 21 अगस्त क़ो किसानो पर लगाए गये झूठे मुकदमे लगाना है।किसान अपनी जमीन क़ो बचाने के लिए पिछले 40 दिनों से आंदोलित है लेकिन सरकार क़ो कोई परवाह नहीं हैं। हम उसका मुकाबला करने के लिए हमेशा तैयार है।
धरनें क़ो किसान नेता गौरव चौधरी नें संबोधित करते हुए कहा कि सरकार किसानों पर चाहे कितना भी जुल्म क्यों नहीं कर ले लेकिन आंदोलित किसानों के होसलो क़ो खत्म नहीं कर सकती है।
गन्ना समिति के चेयरमैन मनोज नौटियाल नें कहा कि सरकार किसानो की क़ृषि भूमि क़ो कारपोरेट के हवाले करने की तैयारी करने मे लगी हुई है ताकि किसानों क़ो रोड पर आने के लिये मजबूर हो जाये। हमें इससे सावधान रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा की साजिश के तहत पुरे देश मे नफ़रत का माहौल बनाया जा रहा है ताकि जनता का ध्यान बांटा जा सके और सरकार अपनी गलत नीतियों क़ो आराम से लागु कर सके।
किसान सभा जिलाध्यक्ष दलजीत सिंह नें धरने क़ो सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार से किसी भी तरह कि उम्मीद करना बेकार है क्योंकि ये एक घमंडी और मजदूर और किसान विरोधी सरकार है यही कारण है आज पुरे देश का किसान और मजदूर परेशान है यही कारण है देश मे सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जितने किसानों नें आजादी के बाद से 2014 तक आत्म हत्याएं कि उससे ज्यादा इन 9 वर्षो मे कर चुके। इससे साबित होता है इस बहरी, गूंगी सरकार क़ो मजदूरों और किसानों की परवाह नहीं बल्कि पूंजीपतियों क़ो मालामाल करने की है। यही कारण है आज गरीबों के घर उजाड़ कर और किसानों की उपजाऊ क़ृषि भूमि क़ो अधिकृत कर पूंजीपतियों क़ो देने का काम कर रही है। लेकिन अब किसान और मजदूर जाग रहा है और नफरती गैंग की सरकार क़ो बाहर का रास्ता दिखानें के लिए बिलकुल तैयार है।
धरने क़ो किसान सभा मंडल अध्यक्ष बलबीर सिंह व ज़ाहिद अंजुम नें कहा है कि सरकार लगातार झूठ बोलकर किसानों क़ो बेवक़ूफ़ बनाने मे लगी हुई है कि अभी इंटिग्रेटेड ताऊनशिप योजना पर सरकार किसानों क़ो संतुष्ट नहीं कर पाई और उलटे दूसरी तरफ डोईवाला मिल क़ो बेचने का शासनादेश जारी कर दिया गया है। इससे किसानों मे सरकार के खिलाफ और भी नाराजगी बढ़ गयी जिसके फलस्वरूप किसानों नें सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी का इजहार किया तो इस घमंडी सरकार नें कई आंनदताओं पर मुकदमे ठोक दिए जिससे किसानों के होंसलो क़ो खत्म किया जा सके।
किसान सभा मंडल सचिव याक़ूब अली व जितेंद्र कुमार गुरु जी नें किसानों क़ो सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार किसानों पर झूठे मुकदमे करके के लोकतंत्र क़ो खत्न करना चाहती है ताकि किसानों कि आवाज क़ो बंद कर दिया जाये। लेकिन शायद सरकार क़ो नहीं मालूम कि किसान अपनी जमीन और घर क़ो नहीं उजड़ने देगा फिर चाहे कोई भी क़ुरबानी क्यों न देनी पड़े। उन्होंने कहा किसानों पर मुकदमे करके डराया नहीं जा सकता है। अपनी मांगो क़ो लेकर किसानो पर सरकार एक नहीं अगर दस मुकदमे भी करेगी संयुक्त किसान मोर्चा उसका डट कर मुकाबला करेगा।
धरने क़ो उमेद बोरा, हरकमल सिंह, करनेल सिंह,हरेंद्र बालियान, त्रिलोक सिंह, अनूप कुमार आदि नें भी सम्बोधित किया।
सरकार की नीतियों के खिलाफ रुड़की मे भी आज किसानों की महापंचायत हो रही है जिसको किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकेट मुख्य रूप से सम्बोधित करेंगे। रुड़की महापंचायत मे डोईवाला से भी सैकड़ों किसानों नें शिरकत की।
धरने पर त्रिलोचन सिंह, कृष्ण सिंह,अवतार सिंह, प्रदीप पाल, गुरमीत सिंह, रासिद अली, सतनाम सिंह, संदीप कुमार, अनिल सैनी,असलम, बकवंत सिंह, सागर मनवाल, चमन लाल सैनी, देवराज सिंह, मदन सिंह, मनोज राणा, इस्लामुद्दीन, खुर्शीद हसन, इंदरजीत सिंह, दीपक पाल, अमर सिंह, अमीचंद, प्रीतम सिंह, इक़बाल तगाला, नरेश कुमार,हबीब अहमद सहित सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।