देहरादून। सिलक्यारा (उत्तरकाशी) में यमुनोत्री राजमार्ग पर चारधाम आलवेदर रोड परियोजना की निर्माणाधीन सुरंग में आगे का निर्माण कब शुरू किया जाएगा। इसको लेकर कार्यदायी संस्था नेशनल हाइवेज इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (एनएचआइडीसीएल) ने स्पष्ट किया है कि निर्माण शुरू करने से पहले तकनीकी समिति सुरंग का गहन सर्वेक्षण करेगी। जिसमें सुरक्षा के सभी बिंदुओं का समाधान प्राप्त होने के बाद ही नया निर्माण शुरू किया जाएगा। सर्वेक्षण के लिए समिति का गठन एनएचआइडीसीएल ही कर रही है।
सिलक्यारा सुरंग का निर्माण कर रही कंपनी ने भी सभी फंसे हुए मजदूरों को दो-दो लाख रुपये देने की घोषणा की है। वहीं, बचाव अभियान में लगे सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को दो-दो माह का वेतन बोनस दिया जाएगा।
सुरंग में काम करने वाले सेफ्टी मैनेजर राहुल प्रताप तिवारी और सीनियर इंजीनियर प्रदीप नेगी ने बताया कि नवयुग कंपनी के एमडी अभियान के दौरान सुरंग में ही रहे। आरवीएनएल की परियोजना में दो अन्य जगहों पर काम चल रहा है, वहां के अधिकारी भी लगातार रेस्क्यू अभियान में जुटे थे। उन्होंने बताया कि अभियान सफल होने के बाद अब सभी 41 मजदूरों को कंपनी ने दो-दो लाख रुपये राहत राशि देने की घोषणा की है। जबकि बचाव दल में लगे सभी कर्मचारियों को दो माह का वेतन बतौर बोनस मिलेगा। ऑपरेशन पूरा होने के बाद कंपनी ने फिलहाल सभी के लिए तीन दिन का अवकाश घोषित किया है। जबकि सुरंग में फंसे रहे मजदूरों को दो माह तक का सवेतन अवकाश मिलेगा। सेफ्टी मैनेजर यूपी के बलिया निवासी राहुल प्रताप तिवारी ने बताया कि घटना वाले दिन गब्बर सिंह नेगी ने गंबूड की मांग की। मैं उसे साथ लेकर बाहर आया। जब साथ में वापस जाने लगा तो गब्बर ने बोला कि आप यहीं रुको, मैं मजदूरों को लेकर बाहर आता हूं। गब्बर के अंदर पहुंचते ही पूरा मलबा भरभराकर गिर गया।